अपार आई.डी. (APAAR ID)

अपार आई.डी. (APAAR ID) 2025

अपार आई.डी. 2025


    APAAR ID 2025: एक परिचय

    APAAR का पूरा नाम है Automated Permanent Academic Account Registry। भारत सरकार ने इसे “One Nation, One Student ID” की अवधारना के अनुरूप पेश किया है। 
    इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक छात्र को एक अद्वितीय 12-अंकीय APAAR ID दी जाएगी, जो उसके सभी शैक्षिक रिकॉर्ड, प्रमाणपत्र, पुरस्कार आदि को डिजिटली स्टोर करने का माध्यम बनेगा। 

    यह ID छात्र जीवनभर बनी रहेगी — विद्यालय स्तर से लेकर उच्च शिक्षा और अतिरिक्त प्रमाणपत्रों तक — और विभिन्न संस्थानों/पाठ्यक्रमों के बीच आसान हस्तांतरण (mobility) की सुविधा देगी। 


    APAAR ID की आवश्यकता और महत्व

    • वर्तमान शिक्षा प्रणाली में प्रमाणपत्रों और अंकपत्रों (mark sheets) का भौतिक हस्तांतरण व सत्यापन जटिल और संवेदनशील रहता है। APAAR द्वारा यह प्रक्रिया डिजिटल और प्रमाणित होगी। 
    • यह छात्रों की शिक्षा यात्रा को ट्रैक करने का माध्यम बनेगी — कब कौन-सा पाठ्यक्रम लिया, पुरस्कार, स्किल कार्यक्रम आदि। 
    • शैक्षणिक लचीलापन (academic flexibility) और संस्थान परिवर्तन (institution transfer) को सरल बनाएगी। 
    • यह योजना NEP 2020 की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है — शिक्षा में डिजिटल परिवर्तन और सुव्यवस्थित रिकॉर्ड रखने की नीति। 


    APAAR ID 2025: संरचना और प्रमुख पहल

    12-अंकीय पहचान संख्या

    प्रत्येक APAAR ID 12 अंकों की होती है, जो विद्यार्थी को पहचान देती है। 

    रजिस्ट्रेशन एवं सत्यापन प्रक्रिया

    1. विद्यालय/संस्थान द्वारा UDISE+ पोर्टल पर विद्यार्थी की विवरणी (नाम, जन्मतिथि, PEN, आदि) दर्ज करना। 
    2. यदि छात्र नाबालिग हो, तो माता-पिता की सहमति (Parental Consent) अनिवार्य। 
    3. विवरणों की सत्यता जाँची जाएगी — आधार से मेल, विद्यालय रिकॉर्ड आदि।
    4. सफल सत्यापन के बाद APAAR ID जारी की जाएगी, और इसे DigiLocker में “Issued Documents” के अंतर्गत भेजा जाएगा। 

    डेटा और रिकॉर्ड प्रबंधन

    APAAR ID सिस्टम में निम्न डेटा शामिल होंगे:

    • अंकपत्र, ग्रेडशीट, प्रमाणपत्र
    • पाठ्यक्रम रिकॉर्ड, उद्यमी / कौशल कार्यक्रम
    • पुरस्कार, छात्रवृत्ति, कॉउर्क्युलर उपक्रम आदि
    • स्वास्थ्य विवरण, उच्‍चारण विवरण (जैसे ऊँचाई, वज़न) आदि (कुछ मामलों में) 

    लिंकिंग अन्य प्रणालियों से

    • DigiLocker: छात्र अपनी APAAR ID वाली जानकारी DigiLocker पर देख और उपयोग कर सकेंगे। 
    • Academic Bank of Credits (ABC): APAAR ID को ABC बैंक प्रणाली से जोड़ने का प्रावधान है ताकि छात्र अपने क्रेडिट्स संचय और हस्तांतरण कर सकें। 


    APAAR ID 2025: लागू वर्ष, उपयोग और परिवर्तन

    • APAAR को विद्यालय स्तर पर 2024-25 शैक्षणिक सत्र से लागू करने की प्रक्रिया शुरू की गई। 
    • 2026 बोर्ड परीक्षाओं से यह ID अनिवार्य किए जाने की योजना है। 
    • अभी तक NEET UG 2025 के लिए APAAR ID अनिवार्य नहीं है। 
    • कुछ बोर्डों ने यह लचीलापन दिया है कि यदि APAAR ID उपलब्ध नहीं हो तो “REFUSED” या “NOGEN” एंट्री दर्ज की जा सकती है। 


    APAAR ID 2025 के लाभ

    • सरलता: शैक्षिक दस्तावेज़ों का भौतिक हस्तांतरण नहीं, सब डिजिटल।
    • विश्वसनीयता: प्रमाणपत्रों की सत्यता आसान।
    • छात्र आंदोलन: स्कूल या कॉलेज बदलने पर रिकॉर्ड हस्तांतरण।
    • प्रवेश, छात्रवृत्ति फैसिलिटी: प्रमाणपत्रों की त्वरित उपलब्धता।
    • डिजिटल शिक्षा इकोसिस्टम का हिस्सा बनना।


    APAAR ID 2025: चुनौतियाँ एवं मुद्दे

    • डेटा गोपनीयता (Data Privacy): विद्यार्थियों के दस्तावेज़ सुरक्षित कैसे रहें?
    • डिजिटल विभाजन: ग्रामीण क्षेत्र एवं कम संसाधन वाले छात्र कैसे इसका लाभ लें?
    • AADHAAR / विद्यालय रिकॉर्ड असमंजन: यदि नाम या सूचना मेल नहीं खाएँ तो जेनरेशन रुक सकता है।
    • सहमति का प्रबंधन: माता-पिता की सहमति न देने पर प्रक्रिया रुक सकती है।
    • कार्यान्वयन में देरी: कई स्कूल अभी तक आबद्ध न हुए।


    प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण बिंदु (Key Facts for Exams)

    1. APAAR = Automated Permanent Academic Account Registry 
    2. यह एक 12-अंकीय छात्र पहचान संख्या है 
    3. जारीकर्ता / प्राधिकरण: Ministry of Education / सरकार 
    4. DigiLocker में “Issued Documents” सेक्शन में उपलब्ध 
    5. ABC (Academic Bank of Credits) से लिंकिंग संभव 
    6. 2026 बोर्ड परीक्षाओं से अनिवार्य किये जाने की योजना 
    7. NEET UG 2025 में अनिवार्य नहीं है 
    8. CBSE 9 एवं 11 कक्षा पंजीकरण में APAAR लिंक अनिवार्य निर्देश 
    9. यदि APAAR ID उत्पन्न न हो सके, “REFUSED / NOGEN” विकल्प स्वीकार किया जाना चाहिए
    10. आवंटन में असंगति, गोपनीयता और डिजिटल पहुँच चुनौतियाँ बने हुई हैं 


    FAQ (Frequently Asked Questions)

    Q1. क्या APAAR ID अनिवार्य है?

    वर्तमान में सभी बोर्ड और परीक्षाओं में यह अनिवार्य नहीं है। उदाहरण के लिए, NEET UG 2025 में यह अनिवार्य नहीं था।
    हालाँकि, योजना है कि 2026 की बोर्ड परीक्षाओं से इसे अनिवार्य किया जाए।

    Q2. APAAR ID कितने अंकों की होती है?

    यह 12 अंकों की होती है। 

    Q3. मैं APAAR ID कैसे प्राप्त करूँ?

    • स्कूल या संस्था द्वारा UDISE+ में विवरण दर्ज करना
    • यदि छात्र नाबालिग हो तो माता-पिता की सहमति देना
    • सत्यापन प्रक्रिया पूर्ण करने पर APAAR ID जारी
    • यह ID DigiLocker में “Issued Documents” सेक्शन में उपलब्ध होगी 

    Q4. क्या APAAR ID DigiLocker से लिंक होती है?

    हाँ, यह सीधे DigiLocker में उपलब्ध होती है। 

    Q5. क्या APAAR ID को आधार (Aadhaar) से लिंक करना ज़रूरी है?

    आधार लिंकिंग से सत्यापन आसान होता है, लेकिन सभी छात्रों के लिए अनिवार्य नहीं कहा गया है। 

    Q6. APAAR ID के किस-किस दस्तावेज़ शामिल होंगे?

    अंकपत्र, ग्रेडशीट, प्रमाणपत्र, पुरस्कार, छात्रवृत्ति, कौशल कार्यक्रम, पाठ्यक्रम आदि। 

    Q7. क्या APAAR ID हो जाने से प्रवेश प्रक्रियाएँ आसान होंगी?

    हाँ — क्योंकि छात्रों के शैक्षणिक दस्तावेज़ तुरंत उपलब्ध होंगे और सत्यापन में समय कम लगेगा।


    स्रोत(Source)

    apaar.education.gov.in

    Drishti IAS

    ClearTax

    India Government Portal

    The Economic Times

    Usthadian

    ClearTax

    ABC

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