Airports of Uttar Pradesh

 

उत्तर प्रदेश के प्रमुख हवाई अड्डे (Airports of Uttar Pradesh)

उत्तर प्रदेश में हवाई यातायात को बेहतर बनाने के लिए सरकार लगातार हवाई अड्डों का निर्माण, विस्तार और आधुनिकीकरण कर रही है। इससे न केवल राज्य के पर्यटन, व्यापार और औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिल रहा है, बल्कि लोगों को तेज़ और सुगम परिवहन की सुविधा भी मिल रही है।


✈️ उत्तर प्रदेश के प्रमुख हवाई अड्डे (Airports):

हवाई अड्डा स्थान प्रकार स्थिति
चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा लखनऊ अंतर्राष्ट्रीय चालू
लाल बहादुर शास्त्री अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा वाराणसी अंतर्राष्ट्रीय चालू
कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा कुशीनगर अंतर्राष्ट्रीय चालू (2021)
हिंडन सिविल टर्मिनल गाजियाबाद घरेलू चालू
गोरखपुर हवाई अड्डा गोरखपुर घरेलू चालू
इलाहाबाद (प्रयागराज) हवाई अड्डा प्रयागराज घरेलू चालू
कानपुर (चकेरी) हवाई अड्डा कानपुर घरेलू चालू
आगरा हवाई अड्डा आगरा सैन्य + नागरिक (सीमित उड़ानें) चालू
बरेली हवाई अड्डा बरेली घरेलू चालू
आज़मगढ़ हवाई अड्डा आज़मगढ़ प्रस्तावित / निर्माणाधीन UDAN योजना के तहत
मुरादाबाद हवाई अड्डा मुरादाबाद प्रस्तावित UDAN योजना
अयोध्या अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (महाराजा श्रीराम एयरपोर्ट) अयोध्या अंतर्राष्ट्रीय निर्माणाधीन (2025 तक संभावित उद्घाटन)
जेवर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट) गौतम बुद्ध नगर (जेवर) अंतर्राष्ट्रीय निर्माणाधीन (2024-25 में उद्घाटन संभावित)

🌟 विशेष बातें:

  1. जेवर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा:

    • भारत का सबसे बड़ा प्रस्तावित हवाई अड्डा

    • 6 रनवे, 5000 हेक्टेयर में फैला

    • दिल्ली NCR को सपोर्ट करेगा

  2. अयोध्या अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा:

    • राम मंदिर दर्शन हेतु राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय श्रद्धालुओं के लिए

    • धार्मिक पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा

  3. कुशीनगर एयरपोर्ट:

    • बौद्ध तीर्थ स्थलों के लिए महत्वपूर्ण केंद्र

    • श्रीलंका, जापान, थाईलैंड जैसे देशों से सीधी उड़ानों की योजना


📈 सरकारी पहल:

  • UDAN योजना (उड़े देश का आम नागरिक): छोटे शहरों को हवाई सेवा से जोड़ने का उद्देश्य

  • PPP मॉडल के तहत हवाई अड्डों का विकास

  • टर्मिनल विस्तार, रनवे सुधार और स्मार्ट टेक्नोलॉजी का उपयोग

  • मल्टी-मोडल कनेक्टिविटी: हवाई अड्डों को एक्सप्रेसवे और रेलवे से जोड़ना


📌 निष्कर्ष:

उत्तर प्रदेश का एयरपोर्ट नेटवर्क तेजी से विकसित हो रहा है, जिससे राज्य पर्यटन, औद्योगिक निवेश, और व्यापार का हब बनता जा रहा है। आने वाले वर्षों में यूपी भारत के एविएशन मैप पर एक प्रमुख स्थान हासिल कर सकता है।

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