अंडमान-निकोबार द्वीप समूह

 अंडमान-निकोबार द्वीप समूह 

(Andaman Nicobar Island)

परिचय(Introduction)

भारत का अंडमान-निकोबार द्वीप समूह बंगाल की खाड़ी में स्थित है और यह भारत का एक सामरिक, सांस्कृतिक और पारिस्थितिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण क्षेत्र है। इन द्वीपों की पहचान प्राकृतिक सौंदर्य, समृद्ध जैव विविधता और सामरिक स्थिति के कारण विश्वभर में है।


🗺️ भौगोलिक स्थिति

अंडमान-निकोबार द्वीप समूह बंगाल की खाड़ी में उत्तर से दक्षिण की दिशा में फैला है।
यह समूह लगभग 572 द्वीपों, टापुओं और टापूनुमा चट्टानों से मिलकर बना है।
कुल क्षेत्रफल : लगभग 8,249 वर्ग किमी
यहाँ दो प्रमुख समूह हैं 
  • अंडमान द्वीप समूह – उत्तर में, लगभग 325 द्वीप।
निकोबार द्वीप समूह – दक्षिण में, लगभग 247 द्वीप।


⛰️ भौगोलिक विशेषताएँ

  • यह द्वीप ज्वालामुखीय उत्पत्ति के हैं।
  • यहाँ का सबसे प्रसिद्ध ज्वालामुखी : बैरन द्वीप (Barren Island) – भारत का एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी।
  • यहाँ कई प्रवाल भित्तियाँ (Coral Reefs) और मैंग्रोव वन पाए जाते हैं।
  • निकोबार समूह भूकंपीय दृष्टि से अत्यधिक सक्रिय क्षेत्र में आता है।


🌊 जलवायु

  • जलवायु : उष्णकटिबंधीय मानसूनी
  • औसत तापमान : 23°C – 31°C।
  • वर्षा : लगभग 3000 मिमी प्रतिवर्ष
  • यहाँ दक्षिण-पश्चिम और उत्तर-पूर्व मानसून दोनों का प्रभाव है।


🌿 जैव विविधता और प्राकृतिक संपदा

  • यहाँ घने सदाबहार और आर्द्र उष्णकटिबंधीय वन पाए जाते हैं।
  • वन क्षेत्रफल : लगभग 86% क्षेत्र वनों से आच्छादित।
  • प्रमुख प्रजातियाँ : महोगनी, पदौक, बांस, नारियल।
  • वन्यजीव : साल्टवाटर क्रोकोडाइल, समुद्री कछुए, डगॉन्ग (समुद्री गाय), निकोबार कबूतर (State bird of Nicobar)।
  • यह क्षेत्र जैव विविधता हॉटस्पॉट का हिस्सा है।


👥 जनसंख्या और समाज

  • कुल जनसंख्या : लगभग 4 लाख (2021)
  • आदिवासी समुदाय : ग्रेट अंडमानी, ओंगे, जारवा, सेंटिनली (अत्यंत पृथक और बाहरी संपर्क से दूर)।
  • प्रमुख भाषाएँ : हिंदी, बांग्ला, तमिल, तेलुगु, निकोबारी।
  • धर्म : हिंदू, ईसाई और मुस्लिम।


🏛️ ऐतिहासिक महत्व

  • अंग्रेजों ने यहाँ सेल्यूलर जेल (Cellular Jail, पोर्ट ब्लेयर) का निर्माण किया, जहाँ स्वतंत्रता सेनानियों को "काला पानी की सजा" दी जाती थी।
  • यह द्वीप स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
  • नेताजी सुभाषचंद्र बोस ने 1943 में यहाँ तिरंगा फहराया और इसे "स्वतंत्र भारत" का हिस्सा घोषित किया।


⚡ सामरिक और आर्थिक महत्व

  • यह द्वीप समूह भारत की सामुद्रिक सुरक्षा के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह मलक्का जलडमरूमध्य (Malacca Strait) के निकट है – जो विश्व का एक प्रमुख व्यापार मार्ग है।
  • भारतीय नौसेना और तटरक्षक बल का यहाँ महत्वपूर्ण ठिकाना है।
  • प्रमुख आर्थिक गतिविधियाँ : मत्स्य पालन, नारियल और रबर उत्पादन, पर्यटन।


🛤️ परिवहन और पर्यटन

  • मुख्य शहर : पोर्ट ब्लेयर (राजधानी)।
  • हवाई अड्डा : वीर सावरकर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (पोर्ट ब्लेयर)।
  • प्रसिद्ध पर्यटन स्थल :

    सेल्यूलर जेल
  • हैवलॉक द्वीप (अब स्वराज द्वीप) – स्कूबा डाइविंग और स्नॉर्कलिंग
  • राधानगर बीच – एशिया के सर्वश्रेष्ठ बीचों में गिना जाता है
  • बैरन और नारकोंडम ज्वालामुखी

📊 प्रमुख आँकड़े

  • कुल द्वीप : 572
  • स्थायी आबादी वाले द्वीप : लगभग 38
  • सर्वोच्च शिखर : सैडल पीक (732 मीटर, उत्तर अंडमान)
  • सबसे लंबा द्वीप : मिडिल अंडमान (153 किमी लंबा)


⚠️ चुनौतियाँ

  • भूकंप और सुनामी का खतरा (2004 की सुनामी से भारी विनाश)।
  • आदिवासी समुदायों का अस्तित्व संकट में।
  • सीमित संसाधन और दूरस्थ स्थिति के कारण विकास में कठिनाई।
  • जलवायु परिवर्तन और समुद्र स्तर वृद्धि से खतरा।


✅ संरक्षण और विकास की दिशा

  • आदिवासी समुदायों की संस्कृति और पहचान का संरक्षण।
  • पर्यटन को ईको-टूरिज्म के रूप में विकसित करना।
  • सामरिक दृष्टि से नौसेना और वायुसेना का और सशक्तिकरण।
  • सुनामी और चक्रवात जैसी आपदाओं से निपटने के लिए मजबूत आपदा प्रबंधन प्रणाली।


निष्कर्ष

अंडमान-निकोबार द्वीप समूह न केवल भारत की प्राकृतिक धरोहर और पर्यटन संपदा है, बल्कि यह भारत की सुरक्षा और सामरिक शक्ति का भी अहम केंद्र है। यहाँ की अद्वितीय जैव विविधता, सांस्कृतिक विशेषताएँ और सामरिक स्थिति इसे भारत के लिए बहुमूल्य बनाती हैं।



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