भारत का मौसम और ऋतुएँ
विशेषताएँ, प्रकार और महत्व
भारत का भूगोल अपनी विविधता के लिए जाना जाता है। यहाँ की जलवायु (Climate) और मौसम (Weather) विश्व की सबसे अनोखी जलवायु प्रणालियों में से एक है। भारत का विशाल क्षेत्रफल, भौगोलिक स्थिति, समुद्र से घिरा होना, हिमालय पर्वत श्रृंखला और मानसून की व्यवस्था – ये सभी भारत के मौसम और ऋतुओं को प्रभावित करते हैं।
मौसम और ऋतु में अंतर
- मौसम (Weather) – किसी स्थान पर कम समय (दिन या सप्ताह) के लिए वायुमंडलीय दशाओं (तापमान, आर्द्रता, वर्षा, वायु दाब) को मौसम कहते हैं।
- ऋतु (Season) – लंबे समय (कई महीनों) तक मौसम का समान स्वरूप ऋतु कहलाता है।
भारत की जलवायु की प्रमुख विशेषताएँ
- मानसून प्रधान जलवायु – भारत का मौसम मुख्यतः दक्षिण-पश्चिम मानसून से प्रभावित होता है।
- भौगोलिक विविधता – हिमालय की ऊँचाई, थार मरुस्थल की शुष्कता और तटीय मैदानों की आर्द्रता – सभी का अलग असर।
- तापमान का अंतर – उत्तर भारत में ग्रीष्म ऋतु में 45°C तक तापमान पहुँच जाता है, जबकि हिमालयी क्षेत्रों में सर्दियों में शून्य से नीचे।
- चार प्रमुख ऋतुएँ – भारत में मौसम को चार प्रमुख ऋतुओं में बाँटा गया है।
भारत की ऋतुएँ
1. शीत ऋतु (Winter Season)
- 
समय – दिसम्बर से फरवरी तक। 
विशेषताएँ –
- उत्तर भारत में अत्यधिक ठंड।
- हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी।
- दक्षिण भारत अपेक्षाकृत गर्म रहता है।
- 
महत्त्व – गेहूँ, जौ जैसी रबी फसलों की बुआई होती है। 
2. ग्रीष्म ऋतु (Summer Season)
- 
समय – मार्च से मई तक। 
विशेषताएँ –
- उत्तरी मैदानों में गर्म हवाएँ (लू)।
- तापमान 40–45°C तक पहुँचता है।
- दक्षिण भारत और तटीय क्षेत्रों में गर्मी कम तीव्र होती है।
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महत्त्व – आम, लीची जैसे फल इसी ऋतु में पकते हैं। 
3. वर्षा ऋतु (Rainy Season/Monsoon Season)
- समय – जून से सितम्बर तक।
- दक्षिण-पश्चिम मानसून से वर्षा।
- उत्तर-पूर्वी राज्यों (मेघालय, असम) में अत्यधिक वर्षा।
- राजस्थान और गुजरात में वर्षा बहुत कम।
4. शरद ऋतु / मानसून उपरांत ऋतु (Autumn/Post-Monsoon Season)
- समय – अक्टूबर से नवम्बर तक।
- आकाश साफ और मौसम सुहावना।
- दक्षिण भारत में उत्तर-पूर्व मानसून से वर्षा।
भारत में मौसम को प्रभावित करने वाले प्रमुख कारक
- हिमालय पर्वत – ठंडी हवाओं को रोकते हैं और मानसूनी वर्षा में मदद करते हैं।
- थार मरुस्थल – मानसूनी पवनों को आकर्षित करता है।
- समुद्र का प्रभाव – तटीय क्षेत्रों में तापमान स्थिर रहता है।
- मानसून प्रणाली – भारत की कृषि और जीवन का आधार।
- ऊँचाई और स्थलाकृति – पर्वतीय क्षेत्रों का मौसम मैदानों से भिन्न।
मौसम और ऋतुओं का महत्व
- कृषि – भारत का कृषि उत्पादन ऋतुओं पर आधारित है।
- पर्यटन – अलग-अलग ऋतुएँ भारत के पर्यटन को आकर्षक बनाती हैं।
- सांस्कृतिक जीवन – भारत के पर्व-त्योहार और परंपराएँ ऋतुओं से जुड़ी हैं (जैसे होली-बसंत, दिवाली-शरद, मकर संक्रांति-शीत)।
- अर्थव्यवस्था – मानसून पर निर्भरता भारतीय अर्थव्यवस्था की प्रमुख विशेषता है।
चुनौतियाँ
- जलवायु परिवर्तन – असमय वर्षा और तापमान में वृद्धि।
- सूखा और बाढ़ – मानसून की अनियमितता।
- फसल पर असर – अत्यधिक वर्षा या अल्प वर्षा से कृषि हानि।
- मानव स्वास्थ्य – मौसम के बदलाव से बीमारियों का प्रकोप।
निष्कर्ष
भारत की मौसम प्रणाली और ऋतुएँ इसकी प्राकृतिक, सामाजिक और आर्थिक संरचना की धुरी हैं। मानसून प्रधान जलवायु भारत की कृषि और जीवन शैली का आधार है। यदि हम जलवायु परिवर्तन और पर्यावरणीय चुनौतियों का समाधान करें तो भारत की ऋतु-चक्र अपनी सुंदरता और संतुलन को बनाए रख सकता है।
 
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