भारतीय परिवहन(Indian Transport)
परिचय
भारत एक विशाल भौगोलिक विस्तार वाला देश है। यहाँ हिमालय की ऊँची पर्वत श्रेणियाँ, विशाल उत्तरी मैदान, पठार, मरुस्थल और विस्तृत तटीय क्षेत्र मौजूद हैं। ऐसे विविध भू-आकृतिक स्वरूप को आपस में जोड़ने और आर्थिक, सामाजिक एवं सांस्कृतिक एकता बनाए रखने के लिए परिवहन व्यवस्था अत्यंत आवश्यक है।
🚉 परिवहन व्यवस्था के प्रकार
1. सड़क मार्ग (Road Transport)
- भारत में सबसे सुलभ और लचीला परिवहन साधन।
- कुल लंबाई – लगभग 64 लाख किमी (विश्व में दूसरा स्थान)।
- राष्ट्रीय राजमार्ग (NHs) – लगभग 1.5 लाख किमी, जिनमें NH-44 (श्रीनगर से कन्याकुमारी) सबसे लंबा।
- राज्य मार्ग और ग्रामीण सड़कें – स्थानीय परिवहन की रीढ़।
- स्वर्णिम चतुर्भुज परियोजना (Golden Quadrilateral) – दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग नेटवर्क।
2. रेल मार्ग (Railways)
- भारत का रेल नेटवर्क एशिया का सबसे बड़ा और विश्व का चौथा सबसे बड़ा है।
- कुल लंबाई – लगभग 68,000 किमी।
- पहली ट्रेन – 1853 में मुंबई से ठाणे के बीच चली।
- उत्तरी रेलवे (दिल्ली–अमृतसर)
- पूर्वी रेलवे (हावड़ा–पटना–दिल्ली)
- पश्चिमी रेलवे (मुंबई–अहमदाबाद)
3. जल मार्ग (Water Transport)
(a) आंतरिक जल परिवहन
- नदियाँ और नहरें – गंगा, ब्रह्मपुत्र, गोदावरी, कृष्णा, बैकवाटर (केरल)।
- राष्ट्रीय जलमार्ग 1 (NW-1) – गंगा (इलाहाबाद से हल्दिया तक)।
- भारत में लगभग 14,500 किमी नौगम्य जलमार्ग हैं।
(b) समुद्री परिवहन
भारत का 7,516 किमी लंबा तटवर्ती क्षेत्र।- मुंबई, कोलकाता-हल्दिया, चेन्नई, विशाखापट्टनम, कांडला, कोचीन।
- विशेष महत्व – अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का लगभग 95% समुद्री मार्ग से होता है।
4. वायु परिवहन (Air Transport)
- सबसे तेज़ और आधुनिक परिवहन साधन।
- पहली वाणिज्यिक उड़ान – 1911 (इलाहाबाद से नैनी)।
- मुख्य हवाई अड्डे – दिल्ली (IGI Airport), मुंबई (छत्रपति शिवाजी), बेंगलुरु (केम्पेगौड़ा), हैदराबाद (राजीव गांधी), कोलकाता, चेन्नई।
- अंतर्राष्ट्रीय सेवाएँ – एयर इंडिया, इंडिगो, विस्तारा आदि।
- क्षेत्रीय संपर्क योजना (UDAN) – छोटे शहरों को जोड़ने की पहल।
5. पाइपलाइन परिवहन (Pipeline Transport)
- 
तेल, गैस और पानी ले जाने का साधन। 
प्रमुख पाइपलाइनें –
- हाजिरा–बिजयपुर–जगदीशपुर गैस पाइपलाइन।
- मुंबई हाई से मुंबई तक तेल पाइपलाइन।
- सिलीगुड़ी से परादीप तक पाइपलाइन।
📊 परिवहन व्यवस्था और आँकड़े
- सड़क मार्ग : कुल यात्री परिवहन का ~80%।
- रेल मार्ग : माल परिवहन का ~60%।
- जल परिवहन : अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का ~95%।
- वायु परिवहन : मूल्यवान वस्तुओं और तेज़ यात्री सेवा के लिए मुख्य साधन।
⚠️ चुनौतियाँ
- सड़क और रेल पर अत्यधिक दबाव।
- प्रदूषण और ऊर्जा खपत।
- ग्रामीण और पहाड़ी क्षेत्रों में अपर्याप्त संपर्क।
- पुरानी तकनीक और भीड़भाड़।
✅ सुधार और समाधान
- स्मार्ट परिवहन प्रणाली – ई-टोल, GPS आधारित ट्रैकिंग।
- हरित परिवहन – इलेक्ट्रिक बसें, मेट्रो रेल।
- नदी परिवहन और तटीय नौवहन का विकास।
- बुलेट ट्रेन और हाई-स्पीड रेल नेटवर्क।
- एकीकृत परिवहन नीति – सड़क, रेल, जल और वायु का समन्वय।
निष्कर्ष
भारत की परिवहन व्यवस्था उसकी अर्थव्यवस्था और राष्ट्रीय एकता की जीवनरेखा है। सड़क, रेल, जल और वायु सभी साधनों के संतुलित विकास से ही भारत वैश्विक व्यापार और विकास की दौड़ में अग्रणी बन सकता है। आने वाले समय में यदि हम हरित और आधुनिक परिवहन पर ध्यान दें, तो भारत की परिवहन व्यवस्था विश्व स्तरीय बन सकती है।
 
.png) 
.png) 
0 टिप्पणियाँ