जैव विविधता हॉटस्पॉट्स

जैव विविधता हॉटस्पॉट्स (Biodiversity Hotspots)

परिचय(Introduction)

भारत विश्व के जैव विविधता हॉटस्पॉट्स (Biodiversity Hotspots) में शामिल है। यहाँ वनस्पति, जीव-जंतु और पारिस्थितिकी तंत्र की अत्यधिक विविधता पाई जाती है। भारतीय जैव विविधता का संरक्षण राष्ट्रीय उद्यानों, वन्यजीव अभ्यारण्यों और जैवमंडल आरक्षित क्षेत्रों के माध्यम से किया जाता है। ये क्षेत्र न केवल जैव विविधता की सुरक्षा करते हैं, बल्कि पर्यटन, शिक्षा और शोध का भी मुख्य स्रोत हैं।


1. राष्ट्रीय उद्यान (National Parks)

राष्ट्रीय उद्यान ऐसे संरक्षित क्षेत्र हैं, जहाँ वनस्पति और जीव-जंतुओं को प्राकृतिक आवास में संरक्षित किया जाता है। यहाँ किसी भी तरह का शिकार या वाणिज्यिक गतिविधि निषिद्ध होती है।

प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान

राष्ट्रीय उद्यान स्थान प्रमुख जीव-जंतु विशेषता
Jim Corbett National Park उत्तराखंड बाघ, हाथी, बारहसिंगा भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान
Kaziranga National Park असम गैंडा, बाघ, हाथी विश्व धरोहर स्थल
Gir National Park गुजरात एशियाई शेर शेर का संरक्षण केंद्र
Sundarbans National Park पश्चिम बंगाल बाघ, मगरमच्छ मैंग्रोव पारिस्थितिकी तंत्र
Periyar National Park केरल हाथी, बाघ, गौर हरे वन और झील क्षेत्र

2. वन्यजीव अभ्यारण्य (Wildlife Sanctuaries)

वन्यजीव अभ्यारण्य ऐसे क्षेत्र हैं जहाँ विशेष जीव-जंतुओं की सुरक्षा के लिए संरक्षण किया जाता है। यहाँ मानव गतिविधि सीमित होती है, लेकिन कुछ सीमित शिकार या पर्यटन की अनुमति हो सकती है।

प्रमुख वन्यजीव अभ्यारण्य

वन्यजीव अभ्यारण्य स्थान प्रमुख जीव-जंतु विशेषता
Bharatpur Bird Sanctuary राजस्थान पक्षी, प्रवासी पक्षी पक्षी संरक्षण केंद्र
Ranthambore Wildlife Sanctuary राजस्थान बाघ, हिरण पर्यटन और बाघ संरक्षण
Periyar Wildlife Sanctuary केरल हाथी, बाघ झील और वन क्षेत्र
Bandipur Wildlife Sanctuary कर्नाटक हाथी, बाघ, चीतल टाइगर रिज़र्व का हिस्सा
Nilgiri Wildlife Sanctuary तमिलनाडु हाथी, गौर पहाड़ी वन और जैव विविधता केंद्र

3. जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र (Biosphere Reserves)

  • जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय संरक्षण के लिए बनाए जाते हैं।
  • यहाँ सतत विकास और पारिस्थितिकी संतुलन पर विशेष ध्यान दिया जाता है।
  • उदाहरण: Nilgiri, Sundarbans, Gulf of Mannar, Nanda Devi


4. महत्व

  • पर्यावरणीय: पारिस्थितिकी तंत्र का संतुलन और प्राकृतिक आपदाओं से सुरक्षा।
  • आर्थिक: पर्यटन, वन उत्पाद, औषधियाँ।
  • सामाजिक और सांस्कृतिक: स्थानीय समुदायों का जीवन और परंपरा।
  • वैज्ञानिक: शोध, शिक्षा और जैव विविधता अध्ययन।


निष्कर्ष

भारतीय जैव विविधता अत्यंत समृद्ध और विविध है। राष्ट्रीय उद्यान, वन्यजीव अभ्यारण्य और जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र इसके संरक्षण की रीढ़ हैं। ये न केवल वन्यजीवों और वनस्पतियों को सुरक्षित रखते हैं, बल्कि पर्यटन, शिक्षा और शोध के अवसर भी प्रदान करते हैं। सतत संरक्षण और प्रभावी नीति कार्यान्वयन से ही भारतीय जैव विविधता को आने वाली पीढ़ियों के लिए सुरक्षित रखा जा सकता है।


FAQ

Q1. भारत जैव विविधता के मामले में विश्व में किस स्थान पर है?

➡️ भारत विश्व के 17 जैव विविधता हॉटस्पॉट्स में से एक है और इसे जैव विविधता के मामले में अत्यंत समृद्ध देश माना जाता है।

Q2. राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभ्यारण्य में क्या अंतर है?

➡️ राष्ट्रीय उद्यान में कोई भी शिकार या वाणिज्यिक गतिविधि निषिद्ध होती है, जबकि वन्यजीव अभ्यारण्य में कुछ सीमित गतिविधियाँ और पर्यटन की अनुमति हो सकती है।

Q3. भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान कौन सा है?

➡️ Jim Corbett National Park (उत्तराखंड) भारत का पहला राष्ट्रीय उद्यान है।

Q4. भारत में एशियाई शेर कहाँ पाया जाता है?

➡️ गुजरात के Gir National Park में एशियाई शेर का संरक्षण किया जाता है।

Q5. Sundarbans National Park किसके लिए प्रसिद्ध है?

➡️ यह मैंग्रोव पारिस्थितिकी तंत्र और बंगाल टाइगर के लिए प्रसिद्ध है।

Q6. जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र (Biosphere Reserves) क्या होते हैं?

➡️ ये ऐसे क्षेत्र हैं जहाँ जैव विविधता का संरक्षण और सतत विकास दोनों सुनिश्चित किए जाते हैं।

Q7. भारत में कितने जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र हैं?

➡️ भारत में वर्तमान में 18 जैवमंडल आरक्षित क्षेत्र हैं।

Q8. Bharatpur Bird Sanctuary किसके लिए प्रसिद्ध है?

➡️ यह प्रवासी पक्षियों और पक्षी संरक्षण के लिए प्रसिद्ध है।

Q9. राष्ट्रीय उद्यान और अभ्यारण्य का महत्व क्या है?

➡️ यह जैव विविधता का संरक्षण, पर्यावरण संतुलन, पर्यटन, शिक्षा और शोध सुनिश्चित करते हैं।

Q10. भारत में वन्यजीव संरक्षण हेतु कौन सा कानून लागू है?

➡️ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 (Wildlife Protection Act, 1972)



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