कपास

कपास (Cotton)

विश्व परिप्रेक्ष्य में उत्पादन, उपभोग और कृषि आवश्यकताएँ

कपास (Cotton) विश्व की सबसे महत्वपूर्ण नगदी फसलों (Cash Crops) में से एक है। यह केवल रेशा उत्पादन के लिए ही नहीं, बल्कि तेल, पशु चारा और औद्योगिक उत्पादों के लिए भी अत्यंत मूल्यवान है। वैश्विक वस्त्र उद्योग का आधार कपास है और यह कई देशों की अर्थव्यवस्था और रोजगार का प्रमुख साधन है।


कपास का वैश्विक महत्व

  • कपास को "सफेद सोना" (White Gold) कहा जाता है।
  • विश्व के वस्त्र उद्योग का 35% से अधिक रेशा कपास से प्राप्त होता है।
  • कपास से कपास का तेल, खल (Oil Cake) और पशु चारा भी तैयार किया जाता है।
  • कई विकासशील देशों में यह ग्रामीण अर्थव्यवस्था और निर्यात का आधार है।


कपास की खेती के लिए आवश्यक शर्तें (तालिका)

कारक आवश्यक स्थिति विवरण
तापमान (Temperature) 20°C – 30°C अंकुरण और वृद्धि के लिए आदर्श, 15°C से कम पर विकास रुक जाता है।
वर्षा (Rainfall) 50 – 100 सेमी अधिक वर्षा से रोग बढ़ते हैं, सिंचाई वाले क्षेत्रों में कम वर्षा भी उपयुक्त।
मृदा (Soil) काली मिट्टी (Regur/Black Soil), दोमट नमी धारण क्षमता वाली उपजाऊ मिट्टी सर्वोत्तम।
कृषि क्षेत्र (Type of Region) उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्र भारत, चीन, अमेरिका, ब्राजील, पाकिस्तान।
ऊँचाई (Altitude) 100 – 1000 मीटर समतल व पठारी क्षेत्र उपयुक्त।

विश्व में कपास का उत्पादन

प्रमुख उत्पादक देश

  • भारत – विश्व का सबसे बड़ा उत्पादक।
  • चीन – दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता।
  • अमेरिका – उच्च गुणवत्ता वाली कपास और सबसे बड़ा निर्यातक।
  • ब्राजील और पाकिस्तान – प्रमुख कपास उत्पादक देश।

महाद्वीपवार उत्पादन

  • एशिया – भारत, चीन, पाकिस्तान, उज़्बेकिस्तान।
  • अमेरिका महाद्वीप – अमेरिका, ब्राजील, मैक्सिको।
  • अफ्रीका – मिस्र, सूडान, पश्चिम अफ्रीकी देश (बुर्किना फासो, माली)।
  • ऑस्ट्रेलिया – आधुनिक सिंचाई आधारित उत्पादन।


कपास का उपभोग

  • वस्त्र उद्योग – धागा, कपड़े, गृह सज्जा सामग्री।
  • कपास का तेल – खाद्य तेल और औद्योगिक उपयोग।
  • कपास खल (Cotton Seed Cake) – पशु चारा।
  • अन्य उपयोग – दवाइयों, विस्फोटक और कागज उद्योग।


अंतर्राष्ट्रीय व्यापार

  • प्रमुख निर्यातक: अमेरिका, ब्राजील, भारत, ऑस्ट्रेलिया।
  • प्रमुख आयातक: चीन, बांग्लादेश, वियतनाम, तुर्की।
  • अमेरिका कपास का सबसे बड़ा निर्यातक है (~30% वैश्विक निर्यात)।
  • चीन और बांग्लादेश कपास के सबसे बड़े आयातक और उपभोक्ता हैं।


वैश्विक चुनौतियाँ

  • जलवायु परिवर्तन: तापमान वृद्धि और अनियमित वर्षा।
  • कीट और रोग: विशेषकर गुलाबी सुंडी (Pink Bollworm)
  • जल की अधिक आवश्यकता।
  • कृत्रिम रेशों (Synthetic Fibers) से प्रतिस्पर्धा।
  • मूल्य अस्थिरता।


कपास और भविष्य

  • वस्त्र उद्योग की बढ़ती मांग से कपास का महत्व स्थिर रहेगा।
  • जैविक कपास (Organic Cotton) की मांग बढ़ रही है।
  • जल संरक्षण और कीट-प्रतिरोधी किस्में भविष्य का समाधान।
  • विकासशील देशों के लिए कपास निर्यात का बड़ा अवसर है।


कपास का विश्व परिप्रेक्ष्य: सारणीबद्ध जानकारी

पहलू विवरण
सबसे बड़ा उत्पादक भारत
दूसरे प्रमुख उत्पादक चीन, अमेरिका, ब्राजील
प्रमुख निर्यातक अमेरिका, ब्राजील, भारत, ऑस्ट्रेलिया
प्रमुख आयातक चीन, बांग्लादेश, वियतनाम, तुर्की
मुख्य उपभोग क्षेत्र एशिया (वस्त्र), अमेरिका (निर्यात), यूरोप (वस्त्र उद्योग)
आवश्यक जलवायु 20°C – 30°C तापमान, 50–100 सेमी वर्षा
भविष्य की चुनौती जलवायु परिवर्तन, कीट-रोग, कृत्रिम रेशों से प्रतिस्पर्धा

निष्कर्ष

कपास केवल एक फसल नहीं, बल्कि विश्व की वस्त्र और औद्योगिक अर्थव्यवस्था का आधार है। बदलती जलवायु और प्रतिस्पर्धा के बावजूद यह आने वाले वर्षों में भी वैश्विक बाजार और रोजगार का महत्वपूर्ण स्तंभ बना रहेगा।



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