भारत में उद्योगों का भौगोलिक वितरण (Geographical Distribution of Industries in India)
भारत एक विशाल और विविधतापूर्ण देश है, जहाँ प्राकृतिक संसाधन, जलवायु, खनिज संपदा, ऊर्जा स्रोत, परिवहन व्यवस्था और श्रम शक्ति उद्योगों के भौगोलिक वितरण को प्रभावित करते हैं। प्रत्येक क्षेत्र में विशिष्ट प्रकार के उद्योग विकसित हुए हैं, जो वहाँ की भौगोलिक परिस्थितियों और संसाधनों की उपलब्धता पर आधारित हैं।
1. लौह और इस्पात उद्योग का वितरण
मुख्यतः खनिज संसाधन और कोयला भंडार वाले क्षेत्रों में केंद्रित।प्रमुख केंद्र:
- झारखंड – जमशेदपुर (टाटा स्टील)
- छत्तीसगढ़ – भिलाई स्टील प्लांट
- ओडिशा – राउरकेला
- पश्चिम बंगाल – दुर्गापुर
- बिहार – बोकारो
2. कपड़ा उद्योग का वितरण
कपास और रेशम की उपलब्धता वाले क्षेत्र में केंद्रित।प्रमुख केंद्र:
- महाराष्ट्र – मुंबई, शोलापुर
- गुजरात – अहमदाबाद, सूरत, भावनगर
- तमिलनाडु – कोयंबटूर, मदुरै, त्रिची
- उत्तर प्रदेश – कानपुर, वाराणसी
- बंगाल – कोलकाता, मुर्शिदाबाद (जूट)
3. चीनी उद्योग का वितरण
गन्ना उत्पादक क्षेत्रों में केंद्रित।प्रमुख केंद्र:
- उत्तर प्रदेश – मेरठ, सहारनपुर, गोरखपुर
- बिहार – मुजफ्फरपुर, दरभंगा
- महाराष्ट्र – पुणे, सतारा, कोल्हापुर
- कर्नाटक – बेलगाम, मंड्या
4. रासायनिक उद्योग का वितरण
पेट्रोकेमिकल और कच्चे तेल क्षेत्रों के पास विकसित।प्रमुख केंद्र:
- गुजरात – जामनगर, अंकलेश्वर, वडोदरा
- महाराष्ट्र – मुंबई, ठाणे, नागपुर
- तमिलनाडु – चेन्नई, नेवेली
- उत्तर प्रदेश – कानपुर
- केरल – कोच्चि
5. एल्युमिनियम और धातु उद्योग का वितरण
बॉक्साइट और बिजली की उपलब्धता वाले क्षेत्रों में।प्रमुख केंद्र:
- ओडिशा – अंगुल, हीराकुंड
- छत्तीसगढ़ – कोरबा
- उत्तर प्रदेश – रेनुकूट
- झारखंड – रांची, लोहरदगा
6. औद्योगिक क्षेत्र (Industrial Regions in India)
भारत के उद्योग प्रमुख रूप से 6 औद्योगिक क्षेत्रों में केंद्रित हैं:
(क) मुंबई-पुणे औद्योगिक क्षेत्र
- उद्योग: कपड़ा, रसायन, इंजीनियरिंग, ऑटोमोबाइल
- विशेषता: मुंबई बंदरगाह और कोयला-बिजली की उपलब्धता
(ख) हुगली औद्योगिक क्षेत्र (पश्चिम बंगाल)
- उद्योग: जूट, इस्पात, कागज, रसायन
- विशेषता: हुगली नदी का जल, कोयला और परिवहन सुविधा
(ग) अहमदाबाद-वडोदरा औद्योगिक क्षेत्र (गुजरात)
- उद्योग: कपड़ा, रसायन, डाई, पेट्रोकेमिकल
- विशेषता: कपास उत्पादन और बंदरगाह निकटता
(घ) चेन्नई-बेंगलुरु औद्योगिक क्षेत्र
- उद्योग: आईटी, कपड़ा, ऑटोमोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स
- विशेषता: कुशल श्रम, बंदरगाह सुविधा
(ङ) दमदर घाटी औद्योगिक क्षेत्र (झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल)
- उद्योग: इस्पात, कोयला, बिजली, भारी मशीनरी
- विशेषता: कोयला और लौह अयस्क की प्रचुरता
(च) दिल्ली-मेरठ औद्योगिक क्षेत्र
- उद्योग: इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स, वस्त्र, रसायन
- विशेषता: विशाल उपभोक्ता बाजार और परिवहन सुविधा
भारत में उद्योगों का भौगोलिक वितरण – सारणी
उद्योग | मुख्य क्षेत्र | प्रमुख केंद्र |
---|---|---|
लौह-इस्पात | झारखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा | जमशेदपुर, भिलाई, राउरकेला |
कपड़ा | महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु | मुंबई, अहमदाबाद, कोयंबटूर |
चीनी | उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र | मेरठ, मुजफ्फरपुर, पुणे |
रसायन | गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु | जामनगर, मुंबई, चेन्नई |
एल्युमिनियम | ओडिशा, छत्तीसगढ़, यूपी | हीराकुंड, कोरबा, रेनुकूट |
औषधि | महाराष्ट्र, तेलंगाना, गुजरात | हैदराबाद, मुंबई, अहमदाबाद |
निष्कर्ष
भारत का औद्योगिक परिदृश्य विविध और बहुआयामी है। प्रत्येक क्षेत्र अपने भौगोलिक संसाधनों और प्राकृतिक परिस्थितियों के आधार पर विशिष्ट उद्योगों का केंद्र बना हुआ है। आने वाले वर्षों में, बुनियादी ढाँचे के विकास, तकनीकी प्रगति और सरकारी नीतियों से भारत का औद्योगिक वितरण और अधिक संतुलित तथा उन्नत होगा।
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