उच्च पहाड़ी जलवायु

 उच्च पहाड़ी जलवायु(Highland Climate)

विशेषताएँ, प्रकार और प्रभाव

परिचय

उच्च पहाड़ी जलवायु (Highland Climate) उन क्षेत्रों में पाई जाती है जो समुद्र तल से 1500 मीटर या उससे अधिक ऊँचाई पर स्थित होते हैं। यह जलवायु किसी भी अक्षांश पर हो सकती है, क्योंकि इसका निर्धारण मुख्यतः ऊँचाई, ढाल और पर्वतीय स्थिति पर निर्भर करता है। यहाँ तापमान कम, वर्षा अधिक और मौसम की अनिश्चितता मुख्य विशेषताएँ होती हैं।


भौगोलिक स्थिति

  • हिमालय पर्वतमाला (भारत, नेपाल, भूटान, तिब्बत)।
  • एंडीज पर्वत (दक्षिण अमेरिका)।
  • आल्प्स पर्वत (यूरोप)।
  • रॉकी पर्वत (उत्तर अमेरिका)।
  • किलिमंजारो और इथियोपियन हाईलैंड्स (अफ्रीका)।


मुख्य विशेषताएँ

  • तापमान: ऊँचाई बढ़ने पर प्रत्येक 165 मीटर पर लगभग 1°C की कमी।
  • वर्षा: वायुमंडलीय पवनों और पर्वतीय ढाल पर निर्भर।
  • मौसम: अत्यधिक परिवर्तनशील और अनिश्चित।
  • वनस्पति: ऊँचाई के अनुसार विभिन्न – निचले भाग में समशीतोष्ण वन, ऊँचाई पर शंकुधारी वन, और शिखर पर टुंड्रा जैसी वनस्पति।
  • जीव-जंतु: याक, हिम तेंदुआ, पर्वतीय बकरी, लामाओं जैसी प्रजातियाँ।


उच्च पहाड़ी जलवायु के प्रकार

1. उष्णकटिबंधीय पर्वतीय जलवायु (Tropical Highland Climate)

  • स्थान: एंडीज, पूर्वी अफ्रीका के ऊँचे पठार।

विशेषताएँ:
  • दिन में सुहावना मौसम, रात में ठंडक।
  • कृषि के लिए उपयुक्त।

2. समशीतोष्ण पर्वतीय जलवायु (Temperate Highland Climate)

  • स्थान: हिमालय, आल्प्स, रॉकी पर्वत।

विशेषताएँ:
  • ग्रीष्म ऋतु ठंडी और शीत ऋतु कठोर।
  • वर्षा अधिक, कई स्थानों पर हिमपात।

3. शीतकटिबंधीय पर्वतीय जलवायु (Polar Highland Climate)

  • स्थान: ध्रुवीय क्षेत्रों के पर्वत – ग्रीनलैंड, अंटार्कटिका।

विशेषताएँ:
  • अत्यधिक ठंड और सालभर बर्फ की चादर।
  • मानव जीवन लगभग असंभव।

आर्थिक महत्व

  • कृषि: निचली ढालों पर गेहूँ, मक्का, चाय, कॉफी और सेब की खेती।
  • पशुपालन: याक, लामा, भेड़ और बकरी।
  • पर्यटन: हिमालय, आल्प्स और एंडीज पर्वत विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल।
  • जल संसाधन: हिमनद और नदियों का उद्गम स्थल।
  • खनिज संपदा: तांबा, सोना, चाँदी, कोयला और बहुमूल्य धातुएँ।


मानव जीवन पर प्रभाव

  • जीवन कठिन, परंतु प्राकृतिक सौंदर्य और संसाधनों से भरपूर।
  • ढालों पर सीढ़ीदार खेती (Terrace Farming)।
  • परिवहन चुनौतीपूर्ण, परंतु पर्वतीय मार्गों से व्यापार।
  • कुछ क्षेत्रों में पारंपरिक जनजातीय संस्कृति का संरक्षण।


समस्याएँ और चुनौतियाँ

  • भूस्खलन और भूकंप: पर्वतीय क्षेत्रों में सामान्य।
  • अत्यधिक ठंड: जीवन और कृषि पर असर।
  • आवागमन की कठिनाई: बर्फबारी और खड़ी ढालें।
  • जलवायु परिवर्तन: ग्लेशियर पिघलने और प्राकृतिक आपदाओं का खतरा।


वैज्ञानिक और वैश्विक महत्व

  • पर्वतीय क्षेत्र विश्व के प्रमुख जल स्रोत हैं।
  • यहाँ की जैव विविधता अद्वितीय और वैज्ञानिक अध्ययन हेतु महत्त्वपूर्ण।
  • उच्च पर्वत वैश्विक जलवायु संतुलन को नियंत्रित करते हैं।
  • पर्यटन और सांस्कृतिक धरोहरें विश्व के लिए आकर्षण का केंद्र।


निष्कर्ष

उच्च पहाड़ी जलवायु मानव जीवन के लिए चुनौतियों से भरी होने के बावजूद अत्यधिक महत्व रखती है। यह न केवल जल संसाधन, खनिज और कृषि के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि पर्यटन और सांस्कृतिक दृष्टि से भी विश्व के लिए धरोहर है। पर्वतीय क्षेत्रों का संरक्षण और सतत विकास पूरी मानवता के लिए आवश्यक है।


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