भारत के सीमावर्ती देश

 भारत के सीमावर्ती देश

(India Neighbouring Countries)

परिचय (Introduction)

भारत का भौगोलिक विस्तार उत्तर में हिमालय से लेकर दक्षिण में हिंद महासागर तक फैला हुआ है। इसकी सीमाएँ स्थल और समुद्र दोनों से कई देशों से जुड़ी हुई हैं। भारत की कुल स्थल सीमा लगभग 15,106 किमी लंबी है, जबकि समुद्री तटरेखा लगभग 7,516 किमी है। इस कारण भारत एशिया की राजनीति, सुरक्षा और व्यापार में केंद्रीय भूमिका निभाता है।


🌍 भारत की स्थल सीमाएँ

भारत कुल 7 देशों से स्थल सीमा साझा करता है।

देश सीमा लंबाई (किमी) सीमा से लगे भारतीय राज्य विशेष महत्व
अफगानिस्तान ~106 किमी (POK क्षेत्र) लद्दाख (गिलगित-बाल्टिस्तान, वर्तमान में पाकिस्तान के कब्जे में) ऐतिहासिक सिल्क रूट और सामरिक महत्व।
पाकिस्तान ~3,323 किमी जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, गुजरात नियंत्रण रेखा (LoC), सुरक्षा और आतंकवाद से संबंधित चुनौतियाँ।
चीन ~3,488 किमी लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC), 1962 का युद्ध और वर्तमान तनाव।
नेपाल ~1,751 किमी उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, सिक्किम खुली सीमा, गहरे सांस्कृतिक व धार्मिक संबंध।
भूटान ~699 किमी सिक्किम, पश्चिम बंगाल, असम, अरुणाचल प्रदेश भारत-भूटान मित्रता संधि, सामरिक सहयोग।
बांग्लादेश ~4,096 किमी (सबसे लंबी सीमा) पश्चिम बंगाल, असम, मेघालय, त्रिपुरा, मिज़ोरम 2015 का भूमि सीमा समझौता, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंध।
म्यांमार ~1,643 किमी अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, मिज़ोरम "एक्ट ईस्ट नीति" का केंद्र, व्यापार और सामरिक दृष्टि से महत्त्वपूर्ण।

🌊 भारत की समुद्री सीमाएँ

भारत समुद्र से भी कई देशों के समीप है।

  • श्रीलंका – मन्नार की खाड़ी और पाक जलडमरूमध्य से अलग।
  • मालदीव – लक्षद्वीप के दक्षिण-पश्चिम में स्थित।
  • इंडोनेशिया – अंडमान-निकोबार द्वीप समूह के दक्षिण-पूर्व में निकट।


🏛️ सामरिक और आर्थिक महत्व

  • सुरक्षा : पाकिस्तान और चीन के साथ सीमा विवाद भारत की सुरक्षा नीति का आधार हैं।
  • व्यापार : नेपाल, भूटान, बांग्लादेश और म्यांमार से व्यापारिक गलियारे।
  • सांस्कृतिक संबंध : नेपाल, भूटान, श्रीलंका और बांग्लादेश से ऐतिहासिक व धार्मिक संबंध।
  • समुद्री शक्ति : हिंद महासागर में भारत की स्थिति उसे वैश्विक सामरिक महत्त्व प्रदान करती है।


⚠️ प्रमुख चुनौतियाँ

  • पाकिस्तान और चीन से सीमा विवाद।
  • बांग्लादेश व नेपाल के साथ नदी जल बंटवारे की समस्या।
  • म्यांमार सीमा पर उग्रवाद और तस्करी।
  • अवैध घुसपैठ और सीमा पार अपराध।


✅ समाधान और सहयोग

  • सीमा प्रबंधन : बाड़बंदी और तकनीकी निगरानी।
  • कूटनीतिक पहल : SAARC, BIMSTEC, BBIN जैसे मंचों पर सहयोग।
  • व्यापार और अवसंरचना : सीमा व्यापार गलियारों का विकास।
  • सांस्कृतिक कूटनीति : धार्मिक और ऐतिहासिक धरोहरों के संरक्षण द्वारा संबंधों को मज़बूत करना।


निष्कर्ष

भारत के सीमावर्ती देश उसकी सुरक्षा, विदेश नीति, व्यापार और सांस्कृतिक पहचान से गहराई से जुड़े हुए हैं। स्थल और समुद्र दोनों से इतने देशों से जुड़ाव भारत को न केवल एशिया बल्कि पूरे विश्व की राजनीति और अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान दिलाता है।



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