लक्षद्वीप

 लक्षद्वीप(Lakshadeep)

परिचय (Introduciton)

लक्षद्वीप द्वीप समूह भारत के दक्षिण-पश्चिम में अरब सागर में स्थित एक छोटा किंतु अत्यंत सुंदर और सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण द्वीप समूह है। यह भारत का सबसे छोटा केंद्र शासित प्रदेश है, जो अपने प्रवाल द्वीपों, लैगून, समुद्री जैव विविधता और पर्यटन के लिए प्रसिद्ध है।


🗺️ भौगोलिक स्थिति

  • स्थान : केरल तट से लगभग 220–440 किमी दूर, अरब सागर में।
  • कुल द्वीप : 36 (लेकिन सभी पर जनसंख्या नहीं रहती)।
  • कुल क्षेत्रफल : 32 वर्ग किमी (भारत का सबसे छोटा केंद्र शासित प्रदेश)।
  • राजधानी : कवड़त्ती (Kavaratti)
  • भौगोलिक स्वरूप : यह सभी द्वीप प्रवाल (Coral) से बने अटोल, रीफ और लैगून हैं।


⛰️ प्रमुख द्वीप

  • कवड़त्ती – प्रशासनिक केंद्र और पर्यटन स्थल।
  • मिनिकॉय (Minicoy) – सबसे दक्षिणी और बड़ा द्वीप, मालदीव के पास।
  • अगत्ती (Agatti) – यहाँ हवाई अड्डा है।
  • बित्रा, किल्टन, कदमत – अन्य प्रमुख द्वीप।


🌦️ जलवायु

  • जलवायु : उष्णकटिबंधीय समुद्री
  • औसत तापमान : 22°C – 32°C।
  • वर्षा : लगभग 1600 मिमी प्रतिवर्ष (दक्षिण-पश्चिम मानसून के कारण)।


🌿 प्राकृतिक संपदा और जैव विविधता

  • यहाँ के लैगून और प्रवाल भित्तियाँ अद्वितीय हैं।
  • समुद्री जीव : टूना मछली, शार्क, समुद्री कछुए, डॉल्फिन।
  • वनस्पति : नारियल के पेड़ प्रमुख, जिनसे नारियल और कोयर (Coconut Fiber) का उत्पादन होता है।
  • इसे बायोस्फीयर रिजर्व और जैव विविधता हॉटस्पॉट माना जाता है।


👥 जनसंख्या और समाज

  • कुल जनसंख्या : लगभग 65,000 (2021 अनुमान)
  • प्रमुख धर्म : इस्लाम (सुन्नी मुस्लिम बहुसंख्यक)।
  • भाषा : मलयालम, माहली (मिनिकॉय क्षेत्र में), अंग्रेज़ी।
  • मुख्य आजीविका : मत्स्य पालन (विशेषकर टूना), नारियल खेती और पर्यटन।


🏛️ ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

  • यह द्वीप समूह कभी चेन्नई (मद्रास) प्रेसीडेंसी के अधीन था।
  • 1956 में इसे भारत का केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया गया।
  • "लक्षद्वीप" नाम संस्कृत के "लक्ष" (एक लाख) और "द्वीप" (द्वीप) से बना है, जिसका अर्थ है "लाखों द्वीप"।


⚡ आर्थिक महत्व

  • मत्स्य पालन – टूना और शार्क की मछलियाँ निर्यात होती हैं।
  • कृषि – नारियल उत्पादन (देश का उच्चतम उत्पादन प्रति हेक्टेयर)।
  • पर्यटन – स्कूबा डाइविंग, स्नॉर्कलिंग और लैगून आधारित पर्यटन।
  • सामरिक महत्व – अरब सागर में भारत की सुरक्षा और व्यापार मार्गों की निगरानी के लिए महत्त्वपूर्ण।


🛤️ परिवहन और संपर्क

  • हवाई मार्ग – अगत्ती द्वीप पर हवाई अड्डा (कोच्चि से सीधी उड़ानें)।
  • समुद्री मार्ग – कोच्चि से यात्री और मालवाहक जहाज़ चलते हैं।


📊 प्रमुख आँकड़े

  • द्वीपों की संख्या : 36
  • बसे हुए द्वीप : 10
  • क्षेत्रफल : 32 वर्ग किमी
  • जनसंख्या घनत्व : ~ 2000 व्यक्ति/वर्ग किमी
  • सबसे बड़ा द्वीप : अंद्रोत (Andrott)
  • सबसे दक्षिणी द्वीप : मिनिकॉय


⚠️ चुनौतियाँ

  • समुद्र स्तर वृद्धि (Climate Change का खतरा)।
  • सीमित भूमि और संसाधन।
  • अति-पर्यटन और प्रदूषण से प्रवाल भित्तियों पर दबाव।
  • चक्रवात और समुद्री आपदाओं का खतरा।


✅ संरक्षण और विकास उपाय

  • ईको-टूरिज्म को बढ़ावा देना।
  • प्रवाल भित्तियों और लैगून का संरक्षण।
  • नवीकरणीय ऊर्जा (सौर और पवन) का विकास।
  • सतत मत्स्य पालन और समुद्री संसाधनों का प्रबंधन।


निष्कर्ष

लक्षद्वीप द्वीप समूह आकार में छोटा जरूर है, लेकिन भारत की सामरिक स्थिति, समुद्री सुरक्षा, पर्यटन और जैव विविधता में इसकी भूमिका अत्यंत बड़ी है। यह द्वीप समूह भारत को न केवल प्राकृतिक धरोहर प्रदान करता है बल्कि अंतर्राष्ट्रीय समुद्री व्यापार और सुरक्षा में भी महत्वपूर्ण स्थान दिलाता है।



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