प्रकाश प्रदूषण (Light Pollution)
परिभाषा(Introduction)
प्रकाश प्रदूषण वह स्थिति है जब कृत्रिम (Artificial) प्रकाश का अत्यधिक और अव्यवस्थित उपयोग प्राकृतिक अंधकार और रात के वातावरण को प्रभावित करता है। यह न केवल मानव स्वास्थ्य और जीवनशैली पर असर डालता है, बल्कि पशु-पक्षियों, पारिस्थितिकी तंत्र और खगोल विज्ञान के अध्ययन को भी बाधित करता है।
प्रकाश प्रदूषण के प्रमुख प्रकार
- चमक प्रदूषण (Glare): अत्यधिक तीव्र रोशनी से आँखों में परेशानी।
- आकाश ज्योति (Skyglow): शहरों में अधिक रोशनी से रात का आकाश धुंधला दिखना।
- प्रकाश का व्यर्थ प्रसार (Light Trespass): जब रोशनी अनचाही दिशा में फैल जाती है।
- अत्यधिक रोशनी (Clutter): विज्ञापन बोर्ड, स्ट्रीट लाइट और भवनों की अव्यवस्थित रोशनी।
प्रकाश प्रदूषण के कारण
- महानगरों और शहरी क्षेत्रों में अत्यधिक स्ट्रीट लाइट।
- विज्ञापन बोर्ड, मॉल और होर्डिंग्स की तेज रोशनी।
- औद्योगिक क्षेत्रों और कार्यस्थलों में 24 घंटे जलने वाली रोशनी।
- ऊर्जा का अंधाधुंध उपयोग और अव्यवस्थित रोशनी की योजना।
प्रकाश प्रदूषण के प्रभाव
मानव पर प्रभाव
- नींद और जैविक चक्र (Circadian Rhythm) में बाधा।
- आँखों में जलन और थकान।
- तनाव और मानसिक रोगों की संभावना।
पर्यावरण और जीव-जंतु पर प्रभाव
- पक्षियों की प्रवासी गतिविधियों में अवरोध।
- कीट-पतंगों और रात्रिचर जीवों के प्राकृतिक जीवन चक्र पर असर।
- पौधों की वृद्धि और फूल-फल प्रक्रिया पर नकारात्मक प्रभाव।
वैज्ञानिक दृष्टि से प्रभाव
- खगोल वैज्ञानिकों के लिए तारों और ग्रहों का अवलोकन कठिन।
- अनुसंधान और अवलोकन केंद्रों के लिए चुनौती।
प्रकाश प्रदूषण के समाधान
- ऊर्जा-कुशल LED बल्ब का प्रयोग।
- स्ट्रीट लाइट और भवनों में प्रकाश नियंत्रण तकनीक (Timers, Sensors) का उपयोग।
- अनावश्यक विज्ञापन बोर्ड और रोशनी पर नियंत्रण।
- सरकारी नीतियाँ और शहरी योजना में सतत प्रकाश व्यवस्था।
- जन-जागरूकता और व्यक्तिगत स्तर पर ऊर्जा बचत।
निष्कर्ष
प्रकाश प्रदूषण आधुनिक शहरीकरण की एक गंभीर समस्या है। यह न केवल मानव स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, बल्कि पारिस्थितिकी तंत्र और वैज्ञानिक अनुसंधान पर भी नकारात्मक असर डालता है। यदि ऊर्जा का विवेकपूर्ण और नियंत्रित उपयोग किया जाए, तो प्रकाश प्रदूषण को काफी हद तक कम किया जा सकता है। सतत प्रकाश व्यवस्था और जन-जागरूकता ही इसके समाधान की कुंजी है।
यहाँ प्रकाश प्रदूषण (Light Pollution) पर आधारित 10 महत्वपूर्ण FAQ प्रस्तुत हैं, जो परीक्षाओं और सामान्य ज्ञान दोनों के लिए उपयोगी हैं:
प्रकाश प्रदूषण – FAQ
Q1. प्रकाश प्रदूषण क्या है?
➡️ कृत्रिम प्रकाश का अत्यधिक और अव्यवस्थित उपयोग, जिससे प्राकृतिक अंधकार और पारिस्थितिकी तंत्र प्रभावित होता है।Q2. प्रकाश प्रदूषण के प्रमुख प्रकार कौन से हैं?
➡️ चमक (Glare), आकाश ज्योति (Skyglow), प्रकाश का व्यर्थ प्रसार (Light Trespass), अत्यधिक रोशनी (Clutter)।Q3. आकाश ज्योति (Skyglow) का क्या अर्थ है?
➡️ जब शहरों की अधिक रोशनी से रात का आकाश धुंधला और तारों से रहित दिखाई देता है।Q4. प्रकाश प्रदूषण का मानव स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ता है?
➡️ नींद में बाधा, आँखों में थकान, तनाव और मानसिक रोगों की संभावना।Q5. कौन-से जीव-जंतु प्रकाश प्रदूषण से सबसे अधिक प्रभावित होते हैं?
➡️ प्रवासी पक्षी, कीट-पतंगे और रात्रिचर (Nocturnal) जीव।Q6. खगोल विज्ञान में प्रकाश प्रदूषण क्यों समस्या है?
➡️ यह तारों और ग्रहों का अवलोकन कठिन बना देता है, जिससे अनुसंधान प्रभावित होता है।Q7. प्रकाश प्रदूषण के प्रमुख कारण क्या हैं?
➡️ स्ट्रीट लाइट, विज्ञापन बोर्ड, मॉल, औद्योगिक क्षेत्र और ऊर्जा का अंधाधुंध उपयोग।Q8. प्रकाश प्रदूषण से पौधों पर क्या असर पड़ता है?
➡️ उनके प्राकृतिक वृद्धि चक्र, फूल और फल बनने की प्रक्रिया प्रभावित होती है।Q9. प्रकाश प्रदूषण को नियंत्रित करने के उपाय क्या हैं?
➡️ ऊर्जा-कुशल LED बल्ब, स्मार्ट लाइटिंग सिस्टम, विज्ञापन बोर्ड पर नियंत्रण और जन-जागरूकता।Q10. प्रकाश प्रदूषण को किस प्रकार के प्रदूषण में वर्गीकृत किया जाता है?
➡️ यह पर्यावरणीय प्रदूषण की एक आधुनिक श्रेणी है।
 
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