विश्व के प्रमुख मैदान (Major Plains of the World)
मैदान (Plains) पृथ्वी की सतह का वह भू-भाग है जो अपेक्षाकृत समतल और नीचा होता है। मैदानों की औसत ऊँचाई कम होती है और ये अक्सर नदी जलोढ़, समुद्री अवसाद या हिमनद अवसाद से बने होते हैं। विश्व के सबसे बड़े शहर, कृषि क्षेत्र और प्राचीन सभ्यताएँ मैदानों में ही विकसित हुई हैं।
🌍 विश्व के प्रमुख मैदान (Major Plains of the World)
| मैदान | स्थान | विशेषता | महत्व | 
|---|---|---|---|
| इंडो-गंगा- ब्रह्मपुत्र मैदान (Indo-Gangetic-Brahmaputra Plains) | भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश | नदी जलोढ़ मिट्टी, अत्यंत उपजाऊ | गेहूँ, धान, गन्ना, जनसंख्या का घनत्व | 
| अमेज़न मैदान (Amazon Basin Plains) | दक्षिण अमेरिका (ब्राज़ील, पेरू, कोलंबिया) | अमेज़न नदी की जलोढ़ भूमि, घना वर्षावन | विश्व की सबसे बड़ी जैव विविधता | 
| मिस्र का नील मैदान (Nile Plains) | मिस्र (अफ्रीका) | नील नदी की जलोढ़ मिट्टी | प्राचीन मिस्र की सभ्यता का केंद्र | 
| पम्पास मैदान (Pampas Plains) | अर्जेंटीना, उरुग्वे, ब्राज़ील | उपजाऊ घासभूमि | गेहूँ, मक्का, मवेशी पालन | 
| प्रेरी मैदान (Prairie Plains) | उत्तरी अमेरिका (कनाडा, USA) | "विश्व का अन्न भंडार" | गेहूँ और मक्का उत्पादन | 
| यूरोपीय मैदान (Great European Plain) | यूरोप (रूस, जर्मनी, पोलैंड) | विस्तृत समतल क्षेत्र | औद्योगिक और कृषि केंद्र | 
| चीन का मैदान (North China Plain) | चीन | हुआंग-हो (पीली नदी) की जलोढ़ मिट्टी | धान और गेहूँ की खेती | 
| टुंड्रा मैदान (Tundra Plains) | आर्कटिक क्षेत्र (साइबेरिया, कनाडा) | बर्फीला और ठंडा क्षेत्र | सीमित वनस्पति और पशुपालन | 
| गंगा का डेल्टा मैदान (Sundarbans Delta Plains) | भारत-बांग्लादेश | गंगा-ब्रह्मपुत्र का संगम | विश्व का सबसे बड़ा डेल्टा | 
🏞️ मैदानों का महत्व
1. कृषि और खाद्य उत्पादन
- मैदान उपजाऊ मिट्टी और पर्याप्त जल के कारण कृषि के केंद्र हैं।
- इंडो-गंगा और प्रेरी मैदान विश्व के सबसे बड़े अनाज उत्पादक क्षेत्र हैं।
2. मानव सभ्यता और बसावट
- मिस्र की नील घाटी और भारत का गंगा मैदान प्राचीन सभ्यताओं का उद्गम स्थल रहे हैं।
- मैदानों में जनसंख्या का घनत्व अत्यधिक है।
3. परिवहन और उद्योग
- समतल भूमि सड़क, रेल और उद्योगों के विकास के लिए उपयुक्त होती है।
- यूरोपीय मैदान औद्योगिक केंद्र है।
4. नदी और जलस्रोत
- मैदान प्रायः नदियों के किनारे होते हैं और डेल्टा तथा जलोढ़ मिट्टी से बने होते हैं।
- ये नदियाँ सिंचाई, व्यापार और परिवहन के लिए उपयोगी हैं।
⚠️ मैदानों की चुनौतियाँ
- बाढ़ और जलभराव – गंगा, अमेज़न और नील घाटी में।
- अत्यधिक जनसंख्या दबाव – कृषि भूमि पर दबाव।
- वनों की कटाई और पर्यावरणीय असंतुलन।
- मरुस्थलीकरण का खतरा – विशेषकर चीन और अफ्रीका के मैदानों में।
✅ निष्कर्ष
मैदान (Plains) मानव सभ्यता के विकास की धुरी रहे हैं। ये उपजाऊ भूमि, जल संसाधन, परिवहन और उद्योग के कारण विश्व की आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों का केंद्र हैं। इंडो-गंगा मैदान से लेकर प्रेरी और पम्पास तक, मैदानों का महत्व वैश्विक स्तर पर कृषि, संस्कृति और सभ्यता में देखा जा सकता है।
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