भूमध्य सागर (Mediterranean Sea)
भूगोल, इतिहास और वैश्विक महत्व
भूमध्य सागर (Mediterranean Sea) विश्व के सबसे प्रसिद्ध और ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण समुद्री क्षेत्रों में से एक है। यह सागर यूरोप, एशिया और अफ्रीका महाद्वीपों के बीच स्थित है और प्राचीन काल से ही सभ्यताओं का केंद्र, व्यापार का मार्ग और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का माध्यम रहा है।
भूमध्य सागर का परिचय
- स्थान: यूरोप, एशिया और अफ्रीका के बीच।
- लंबाई: लगभग 3,860 किमी
- चौड़ाई: लगभग 1,600 किमी
- क्षेत्रफल: लगभग 25 लाख वर्ग किमी
- औसत गहराई: 1,500 मीटर
- अधिकतम गहराई: लगभग 5,267 मीटर (कैलिप्सो डीप, ग्रीस के पास)।
संबंध:
- पश्चिम में जिब्राल्टर जलडमरूमध्य के माध्यम से अटलांटिक महासागर से जुड़ा।
- उत्तर-पूर्व में डार्डानेल्स जलडमरूमध्य के माध्यम से काला सागर (Black Sea) से जुड़ा।
- दक्षिण-पूर्व में स्वेज नहर (Egypt) के माध्यम से लाल सागर और अरब सागर से जुड़ा।
भूमध्य सागर से जुड़े देश
यूरोप: स्पेन, फ्रांस, मोनाको, इटली, स्लोवेनिया, क्रोएशिया, मोंटेनेग्रो, अल्बानिया, ग्रीस, माल्टा।
एशिया: तुर्की, साइप्रस, सीरिया, लेबनान, इज़राइल।
अफ्रीका: मिस्र, लीबिया, ट्यूनीशिया, अल्जीरिया, मोरक्को।
प्रमुख द्वीप और तट
- प्रमुख द्वीप: साइप्रस, क्रेते (ग्रीस), सार्डिनिया और सिसिली (इटली), माल्टा।
- प्रमुख तट: फ्रेंच रिवेरा (फ्रांस), अमाल्फी कोस्ट (इटली), ग्रीक द्वीप समूह, मिस्र का अलेक्जेंड्रिया तट।
भूमध्य सागर का ऐतिहासिक महत्व
प्राचीन सभ्यताओं का उद्गम स्थल
मिस्र, फोनीशियन, यूनानी और रोमन सभ्यताएँ इसी सागर के तट पर विकसित हुईं।इसे "सभ्यता की पालना (Cradle of Civilization)" भी कहा जाता है।
व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान
प्राचीन काल में भारत, अरब और एशिया से आने वाले व्यापारिक मार्ग भूमध्य सागर से होकर यूरोप तक पहुँचते थे।
मसाले, रेशम, धातुएँ और कला का प्रसार इसी मार्ग से हुआ।
मसाले, रेशम, धातुएँ और कला का प्रसार इसी मार्ग से हुआ।
धर्म और विचारों का प्रसार
ईसाई धर्म, इस्लाम और यहूदी धर्म का विस्तार इसी क्षेत्र से हुआ।
स्वेज नहर के कारण एशिया से यूरोप जाने का समुद्री मार्ग हजारों किलोमीटर कम हो गया।
आर्थिक और सामरिक महत्व
वैश्विक व्यापार:
भूमध्य सागर एशिया और यूरोप को जोड़ने वाला सबसे छोटा समुद्री मार्ग है।स्वेज नहर के कारण एशिया से यूरोप जाने का समुद्री मार्ग हजारों किलोमीटर कम हो गया।
पर्यटन:
भूमध्य सागर का तट विश्व का सबसे बड़ा पर्यटन आकर्षण है।
फ्रेंच रिवेरा, ग्रीस के द्वीप, इटली के रोम और वेनिस विश्व प्रसिद्ध स्थल हैं।
फ्रेंच रिवेरा, ग्रीस के द्वीप, इटली के रोम और वेनिस विश्व प्रसिद्ध स्थल हैं।
मछली और समुद्री संसाधन:
यह क्षेत्र समुद्री खाद्य और मत्स्य पालन के लिए भी महत्वपूर्ण है।सामरिक महत्व:
NATO और अन्य सैन्य गठबंधन भूमध्य सागर को मध्य पूर्व और यूरोप के बीच की सुरक्षा चाबी मानते हैं।भूमध्य सागर के प्रमुख बंदरगाह
| देश | प्रमुख बंदरगाह | 
|---|---|
| स्पेन | बार्सिलोना, वेलेंसिया | 
| फ्रांस | मार्सेई | 
| इटली | जेनोआ, नेपल्स, वेनिस | 
| ग्रीस | एथेंस (पिरियस) | 
| मिस्र | अलेक्जेंड्रिया | 
| तुर्की | इस्तांबुल, इज़मिर | 
निष्कर्ष
भूमध्य सागर (Mediterranean Sea) केवल एक समुद्री क्षेत्र नहीं है, बल्कि यह सभ्यता, व्यापार और सांस्कृतिक आदान-प्रदान का केंद्र है। प्राचीन काल से लेकर आधुनिक युग तक इसका महत्व बना हुआ है। आज भी यह क्षेत्र वैश्विक व्यापार, पर्यटन और सामरिक दृष्टि से दुनिया की राजनीति और अर्थव्यवस्था को प्रभावित करता है।
 
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