भारत में सामाजिक सुरक्षा योजनाएँ
(Social Security Plans of India)
परिचय(Introduction)
सामाजिक सुरक्षा किसी भी कल्याणकारी राज्य की मूलभूत जिम्मेदारी होती है। इसका उद्देश्य नागरिकों को आर्थिक सुरक्षा, सामाजिक संरक्षण और गरिमामय जीवन प्रदान करना है। भारत जैसे विशाल और विकासशील देश में, जहाँ बड़ी आबादी गरीबी, असंगठित रोजगार और असमानताओं से जूझ रही है, वहाँ सामाजिक सुरक्षा योजनाएँ अत्यंत महत्वपूर्ण हो जाती हैं।
भारत सरकार ने समय-समय पर नागरिकों के लिए पेंशन योजनाएँ, बीमा योजनाएँ और सामाजिक कल्याण कार्यक्रम लागू किए हैं, ताकि उन्हें बीमारी, वृद्धावस्था, दुर्घटना, बेरोजगारी और मृत्यु जैसी परिस्थितियों में सुरक्षा मिल सके।
1. सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का महत्व
- वृद्धावस्था में आर्थिक सहारा
- बीमारी व दुर्घटना में सुरक्षा
- गरीब और असंगठित श्रमिकों को सहारा
- समानता और सामाजिक न्याय की स्थापना
- गरीबी उन्मूलन और सामाजिक स्थिरता
2. भारत में पेंशन योजनाएँ
पेंशन योजनाएँ वृद्ध व्यक्तियों को आजीविका और आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से चलाई जाती हैं।
2.1. अटल पेंशन योजना (Atal Pension Yojana – APY)
- 2015 में प्रारंभ।
- असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए।
- 60 वर्ष की आयु के बाद ₹1000 से ₹5000 तक की मासिक पेंशन।
- केंद्र सरकार द्वारा योगदान में सहयोजना।
2.2. राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली (National Pension System – NPS)
- 2004 में लागू।
- सरकारी कर्मचारियों और स्वैच्छिक निवेशकों के लिए।
- योगदान आधारित पेंशन योजना।
- निवेश पर रिटर्न के आधार पर पेंशन।
2.3. प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना
- असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए।
- 60 वर्ष की आयु पर ₹3000 मासिक पेंशन।
2.4. वृद्धावस्था पेंशन योजनाएँ (राज्य सरकारें)
- राज्य सरकारें भी गरीब व बुजुर्ग नागरिकों को पेंशन उपलब्ध कराती हैं।
- जैसे – इंदिरा गांधी राष्ट्रीय वृद्धावस्था पेंशन योजना।
3. भारत में बीमा योजनाएँ
बीमा योजनाओं का उद्देश्य नागरिकों को दुर्घटना, बीमारी और मृत्यु जैसी परिस्थितियों से सुरक्षा देना है।
3.1. प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना (PMJJBY)
- वार्षिक प्रीमियम : ₹436।
- मृत्यु पर लाभार्थी को ₹2 लाख बीमा राशि।
- 18 से 50 वर्ष आयु के लिए।
3.2. प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना (PMSBY)
- वार्षिक प्रीमियम : ₹20।
- दुर्घटना में मृत्यु या स्थायी विकलांगता पर ₹2 लाख, आंशिक विकलांगता पर ₹1 लाख।
- 18 से 70 वर्ष आयु के लिए।
3.3. आयुष्मान भारत – प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY)
- दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना।
- प्रत्येक परिवार को सालाना ₹5 लाख तक का स्वास्थ्य बीमा।
- गरीब और कमजोर वर्गों के लिए।
3.4. कर्मचारी राज्य बीमा योजना (ESI)
- संगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए।
- बीमारी, मातृत्व और दुर्घटनाओं के लिए सुरक्षा।
- श्रमिक और नियोक्ता दोनों योगदान करते हैं।
4. असंगठित क्षेत्र के लिए सामाजिक सुरक्षा योजनाएँ
भारत की बड़ी आबादी असंगठित क्षेत्र में कार्यरत है। इनके लिए विशेष योजनाएँ लागू हैं:
- ई-श्रम पोर्टल : असंगठित श्रमिकों का राष्ट्रीय डाटाबेस।
- प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना।
- मजदूर कल्याण बोर्ड योजनाएँ।
5. सामाजिक सुरक्षा में चुनौतियाँ
- जागरूकता की कमी – ग्रामीण व गरीब वर्ग तक जानकारी नहीं पहुँचती।
- असंगठित क्षेत्र का बड़ा आकार – योजनाओं का लाभ सभी तक नहीं पहुँच पाता।
- प्रशासनिक अड़चनें – पंजीकरण और लाभ प्रक्रिया जटिल।
- आर्थिक संसाधनों की कमी – योजनाओं के लिए पर्याप्त फंड की आवश्यकता।
6. सुधार और भविष्य की दिशा
- डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म और आधार लिंकिंग से पारदर्शिता।
- सार्वभौमिक सामाजिक सुरक्षा व्यवस्था का विकास।
- निजी और सार्वजनिक क्षेत्र की साझेदारी।
- जागरूकता अभियान द्वारा नागरिकों को योजनाओं से जोड़ना।
- सतत और समावेशी विकास सुनिश्चित करना।
निष्कर्ष
भारत की सामाजिक सुरक्षा योजनाएँ नागरिकों को आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा प्रदान करने का सशक्त साधन हैं। पेंशन योजनाएँ वृद्धावस्था में सहारा देती हैं, जबकि बीमा योजनाएँ जीवन और स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करती हैं।
हालाँकि अभी भी जागरूकता, संसाधन और क्रियान्वयन की चुनौतियाँ मौजूद हैं, लेकिन यदि इन योजनाओं का सही ढंग से क्रियान्वयन किया जाए तो भारत वास्तव में एक कल्याणकारी राज्य बन सकता है।
 
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