🚀 स्टार्टअप इंडिया (Startup India)
नए भारत की नवाचार क्रांति
परिचय: स्टार्टअप इंडिया क्या है?
प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा के समय कहा था:
“हम युवा भारत को नौकरी खोजने वाला नहीं, बल्कि नौकरी देने वाला बनाना चाहते हैं।”
Startup India अभियान का लक्ष्य है — भारत को विश्व का सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम (Startup Ecosystem) बनाना।
स्टार्टअप इंडिया की पृष्ठभूमि (Background of Startup India)
इस बदलाव को संस्थागत रूप देने के लिए सरकार ने स्टार्टअप इंडिया मिशन शुरू किया, जिसके तहत उद्यमियों को नीति सहायता, फंडिंग, टैक्स छूट और मेंटरशिप दी गई।
स्टार्टअप इंडिया के उद्देश्य (Objectives of Startup India)
स्टार्टअप इंडिया के मुख्य उद्देश्य इस प्रकार हैं:
नवाचार और रचनात्मकता को प्रोत्साहन देना
रोजगार सृजन (Job Creation)
स्टार्टअप्स के माध्यम से लाखों नए रोजगार के अवसर बनाना।उद्यमिता को सरल बनाना (Ease of Entrepreneurship)
कंपनी पंजीकरण, अनुमतियाँ और नियमों को सरल बनाना।फंडिंग और निवेश को प्रोत्साहित करना
वेंचर कैपिटल और सरकारी फंड के माध्यम से पूंजी उपलब्ध कराना।नवाचार-आधारित अर्थव्यवस्था बनाना
पारंपरिक उद्योगों से आगे बढ़कर तकनीकी और डिजिटल समाधान विकसित करना।स्टार्टअप इंडिया के प्रमुख घटक (Key Components of Startup India)
🔹 1. स्टार्टअप इंडिया हब (Startup India Hub)
एक केंद्रीकृत प्लेटफॉर्म, जहाँ से स्टार्टअप्स को मेंटोरशिप, फंडिंग, और नेटवर्किंग की सुविधा मिलती है।
🔹 2. सरकारी फंडिंग – फंड ऑफ फंड्स (Fund of Funds for Startups)
- ₹10,000 करोड़ का ‘फंड ऑफ फंड्स’ (FFS) बनाया गया है।
- इसका प्रबंधन SIDBI (Small Industries Development Bank of India) द्वारा किया जाता है।
🔹 3. टैक्स बेनिफिट्स और छूट (Tax Benefits)
- मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स को तीन वर्षों तक टैक्स छूट दी जाती है।
- पूंजीगत लाभ (Capital Gains) पर भी राहत।
🔹 4. ईज ऑफ डूइंग बिज़नेस
- सिंगल विंडो क्लियरेंस सिस्टम।
- ऑनलाइन पंजीकरण पोर्टल।
- सेल्फ सर्टिफिकेशन के तहत श्रम और पर्यावरण कानूनों से छूट।
🔹 5. इन्क्यूबेशन सेंटर (Incubation Centres)
विश्वविद्यालयों और IITs में नवाचार को बढ़ावा देने के लिए इन्क्यूबेशन और इनोवेशन सेंटर स्थापित किए गए।
स्टार्टअप इंडिया के तहत मान्यता प्रक्रिया (Recognition Process)
- कंपनी की उम्र 10 वर्ष से कम हो।
- टर्नओवर ₹100 करोड़ से कम हो।
- व्यवसाय में नवाचार या सुधार का तत्व हो।
- कंपनी भारत में रजिस्टर्ड हो (Private Limited, LLP या Partnership firm)।
भारत में स्टार्टअप्स की स्थिति (Startup Landscape in India)
- भारत 2024 तक दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम बन चुका है।
- 2024 तक भारत में 1.25 लाख से अधिक मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स पंजीकृत हैं।
- भारत में अब तक 100+ यूनिकॉर्न (Unicorn Startups) उभर चुके हैं।
- (यूनिकॉर्न = ₹8,000 करोड़ से अधिक मूल्य वाले स्टार्टअप्स)
स्टार्टअप इंडिया के प्रमुख लाभ (Major Benefits)
सरल पंजीकरण प्रक्रिया (Easy Registration)
कर राहत (Tax Exemption)
शुरुआती वर्षों में कर छूट से उद्यमियों का बोझ घटता है।फंडिंग सपोर्ट (Funding Support)
सरकार और निजी निवेशकों के माध्यम से पूंजी उपलब्ध।मेंटोरशिप और प्रशिक्षण (Mentorship & Training)
अनुभवी उद्यमी और निवेशक नए स्टार्टअप्स को दिशा देते हैं।सरकारी टेंडर में भागीदारी (Participation in Govt Projects)
स्टार्टअप्स को बिना पूर्व अनुभव के सरकारी परियोजनाओं में अवसर मिलता है।स्टार्टअप इंडिया की प्रमुख उपलब्धियाँ (Major Achievements)
स्टार्टअप इकोसिस्टम में बूम:
FDI आकर्षण:
विदेशी निवेशकों ने भारत के स्टार्टअप्स में अरबों डॉलर का निवेश किया।रोजगार सृजन:
2024 तक लगभग 12 लाख से अधिक नौकरियाँ स्टार्टअप्स ने सृजित कीं।महिला उद्यमिता में वृद्धि:
लगभग 18% स्टार्टअप्स महिलाओं द्वारा संचालित हैं।वैश्विक पहचान:
भारत अब अमेरिका और चीन के बाद तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप केंद्र है।चुनौतियाँ और सुधार की आवश्यकता (Challenges & Way Forward)
हालाँकि स्टार्टअप इंडिया ने अद्भुत प्रगति की है, फिर भी कुछ चुनौतियाँ मौजूद हैं:
फंडिंग गैप (Funding Gap):
रेगुलेटरी जटिलताएँ:
कई नियम और कर प्रक्रियाएँ अब भी जटिल हैं।मेंटोरशिप की कमी:
ग्रामीण और छोटे शहरों में अनुभवयुक्त मार्गदर्शन का अभाव।टेक्नोलॉजी और रिसर्च में निवेश:
R&D में निवेश अभी भी अपेक्षाकृत कम है।बाजार प्रतिस्पर्धा:
ग्लोबल कंपनियों से मुकाबला करने के लिए रणनीति की आवश्यकता।स्टार्टअप इंडिया और आत्मनिर्भर भारत का संबंध
शासन, समाज और अर्थव्यवस्था में भूमिका
🔸 शासन में योगदान
- सरकारी प्रक्रियाओं को डिजिटल बनाया गया।
- उद्यमिता नीति पारदर्शी और सरल बनी।
🔸 समाज पर प्रभाव
- युवाओं में आत्मनिर्भरता की भावना बढ़ी।
- ग्रामीण क्षेत्रों में भी नवाचार को बढ़ावा मिला।
🔸 अर्थव्यवस्था पर प्रभाव
- GDP वृद्धि में स्टार्टअप्स का योगदान निरंतर बढ़ रहा है।
- नई तकनीकों ने भारत को वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धी बनाया।
प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए महत्वपूर्ण तथ्य (Important Points for Exams)
| बिंदु | विवरण | 
|---|---|
| लॉन्च तिथि | 16 जनवरी 2016 | 
| आरंभकर्ता | प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी | 
| नोडल मंत्रालय | उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) | 
| मुख्य फंड | ₹10,000 करोड़ “Fund of Funds” (SIDBI द्वारा संचालित) | 
| कर छूट अवधि | 3 वर्ष | 
| टर्नओवर सीमा | ₹100 करोड़ तक | 
| मान्यता अवधि | 10 वर्ष तक | 
| मुख्य लक्ष्य | नवाचार, रोजगार, आत्मनिर्भरता | 
| संबंधित अभियानों | डिजिटल इंडिया, मेक इन इंडिया, आत्मनिर्भर भारत | 
निष्कर्ष (Conclusion)
“स्टार्टअप इंडिया केवल एक योजना नहीं — यह युवा भारत की उड़ान है।”
 
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