अधीनस्थ न्यायालय हिन्दी में(subordinate court in hindi)
भारतीय संविधान में अधीनस्थ न्यायालय (Subordinate Courts) से संबंधित अनुच्छेदों का सारणीबद्ध विवरण (भाग VI – राज्य, अध्याय VI)
| विषय | अनुच्छेद | विवरण | 
|---|---|---|
| अधीनस्थ न्यायालय | 233 | जिला न्यायाधीशों की नियुक्ति, पदस्थापन और पदोन्नति राज्यपाल द्वारा, उच्च न्यायालय की परामर्श से। | 
| जिला न्यायाधीश की योग्यता | 233(2) | जिला न्यायाधीश के पद के लिए – भारत का नागरिक और कम से कम 7 वर्ष तक अधिवक्ता या वकील होना चाहिए। | 
| अन्य न्यायाधीशों की नियुक्ति | 234 | अन्य अधीनस्थ न्यायिक अधिकारियों की नियुक्ति राज्यपाल द्वारा, उच्च न्यायालय से परामर्श करके। | 
| न्यायिक सेवा की शर्तें | 235 | अधीनस्थ न्यायपालिका का प्रशासनिक नियंत्रण संबंधित उच्च न्यायालय के अधीन होगा (नियुक्ति, पदोन्नति और स्थानांतरण)। | 
| न्यायिक सेवा में व्यक्तियों की नियुक्ति | 236 | “जिला न्यायाधीश” और “न्यायिक सेवा” की परिभाषा। | 
| विद्यमान प्रावधानों का निरंतरता | 237 | उन राज्यों में जहां यह अध्याय पहले लागू नहीं था, वहां भी अधीनस्थ न्यायालयों के लिए प्रावधानों का विस्तार। | 
📌 संरचना (Structure of Subordinate Courts):
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जिला न्यायालय (District Court) – शीर्ष पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश। 
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अधीनस्थ न्यायालय – सिविल जज, मुंसिफ कोर्ट, सब-जज कोर्ट। 
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दंडाधिकारी न्यायालय – मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी, प्रथम/द्वितीय श्रेणी दंडाधिकारी। 
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विशेष न्यायालय – पारिवारिक न्यायालय, फास्ट-ट्रैक कोर्ट, श्रम न्यायालय आदि। 
 
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