पीला सागर (Yellow Sea)
भूगोल, इतिहास और महत्व
पीला सागर (Yellow Sea) पूर्वी एशिया का एक प्रमुख सागर है जो अपने भौगोलिक महत्व, व्यापारिक मार्ग, मत्स्य संसाधनों और ऐतिहासिक घटनाओं के लिए जाना जाता है। यह सागर चीन, कोरिया और जापान के बीच स्थित है और इसका नाम यहाँ पाई जाने वाली पीली मिट्टी (Loess) से पड़ा है, जो नदियों के माध्यम से इसमें मिलती है और इसके जल को पीला रंग देती है।
पीला सागर का परिचय
- स्थान: पश्चिमी प्रशांत महासागर का हिस्सा
- पश्चिम और उत्तर: चीन
- पूर्व: कोरियाई प्रायद्वीप (उत्तर और दक्षिण कोरिया)
- दक्षिण: पूर्वी चीन सागर (East China Sea)
- क्षेत्रफल: लगभग 3,80,000 वर्ग किमी
- औसत गहराई: 44 मीटर
- अधिकतम गहराई: लगभग 152 मीटर
- प्रमुख नदियाँ: हुआंग हे (Yellow River), यालू नदी, चांगजियांग (Yangtze)
पीला सागर से जुड़े देश
- चीन
- उत्तर कोरिया
- दक्षिण कोरिया
प्रमुख द्वीप और क्षेत्र
- शानदोंग प्रायद्वीप (Shandong Peninsula, चीन)
- कोरिया खाड़ी (Korea Bay)
- बोहाई सागर (Bohai Sea): पीले सागर का उत्तरी भाग, जो चीन के लिए एक आंतरिक खाड़ी है।
- यालू नदी क्षेत्र: चीन और उत्तर कोरिया की सीमा पर।
पीला सागर का ऐतिहासिक महत्व
प्राचीन काल
- यह क्षेत्र चीन और कोरिया के बीच सांस्कृतिक एवं व्यापारिक संपर्क का प्रमुख केंद्र था।
आधुनिक काल
- 19वीं शताब्दी में चीन, कोरिया और जापान के बीच यह सागर सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हो गया।
- प्रथम चीन-जापान युद्ध (1894-95) में यालू नदी के पास नौसैनिक युद्ध लड़ा गया।
- कोरियाई युद्ध (1950-53) में अमेरिकी नौसेना और चीन की सेनाओं ने यहाँ महत्वपूर्ण गतिविधियाँ कीं।
आर्थिक महत्व
मत्स्य उद्योग:
पीला सागर दुनिया के सबसे अधिक उत्पादक मत्स्य क्षेत्रों में से एक है।यहाँ केकड़ा, झींगा, शंख, सार्डिन और हेरिंग बड़ी मात्रा में पाई जाती हैं।
व्यापार और नौवहन:
यह सागर चीन, जापान और कोरिया के बीच एक प्रमुख समुद्री व्यापार मार्ग है।
शंघाई और तिआंजिन जैसे प्रमुख चीनी बंदरगाहों का संपर्क इसी से होता है।
शंघाई और तिआंजिन जैसे प्रमुख चीनी बंदरगाहों का संपर्क इसी से होता है।
ऊर्जा संसाधन:
यहाँ तेल और प्राकृतिक गैस के भंडार पाए जाते हैं।
चीन और कोरिया इनके दोहन में सक्रिय हैं।
चीन और कोरिया इनके दोहन में सक्रिय हैं।
प्रमुख बंदरगाह
देश | प्रमुख बंदरगाह |
---|---|
चीन | तिआंजिन, छिंगदाओ (Qingdao), डालियान |
दक्षिण कोरिया | इंचियोन, गुनसान |
उत्तर कोरिया | नामपो |
सामरिक महत्व
- यह क्षेत्र चीन, जापान और अमेरिका की सामरिक नीतियों में महत्वपूर्ण है।
- चीन का बोहाई सागर उसकी नौसेना के लिए सुरक्षित अड्डा है।
- अमेरिका और दक्षिण कोरिया यहाँ नियमित नौसैनिक अभ्यास करते हैं।
- उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षण भी अक्सर इसी सागर में किए जाते हैं।
पर्यावरणीय चुनौतियाँ
- अत्यधिक मछली पकड़ना (Overfishing)
- औद्योगिक प्रदूषण (विशेषकर चीन की नदियों से आने वाला कचरा)
- समुद्री पारिस्थितिकी तंत्र का असंतुलन
- जलवायु परिवर्तन और समुद्र का बढ़ता स्तर
निष्कर्ष
पीला सागर (Yellow Sea) केवल एक जल क्षेत्र नहीं, बल्कि पूर्वी एशिया की राजनीति, व्यापार और सुरक्षा का केंद्र है। यहाँ की नौवहन गतिविधियाँ, ऊर्जा संसाधन और मत्स्य उद्योग इसे अत्यधिक महत्वपूर्ण बनाते हैं। साथ ही, क्षेत्रीय विवाद और पर्यावरणीय चुनौतियाँ इसे और भी संवेदनशील बना देती हैं।
0 टिप्पणियाँ