India AI Mission 2025
परिचय(Introduction)
India AI Mission 2025 एक महत्वाकांक्षी पहल है जिसे भारत सरकार ने मार्च 2024 में स्वीकृति दी। इसका मकसद है देश में एक समावेशी और उत्तरदायी AI पारिस्थितिकी तंत्र को स्थापित करना, जिससे AI नवाचार, डेटा संसाधन, कौशल विकास, अनुप्रयोग निर्माण और एथिक्स (नीति) को मजबूती मिले।
यह मिशन इसलिए भी जरूरी है क्योंकि AI तकनीक लगातार बढ़ रही है और भारत को अपनी विशिष्ट चुनौतियों और भाषाई विविधता के साथ एक स्वायत्त, सुरक्षित और देशों-के अनुरूप मॉडल की आवश्यकता है।
स्तंभ और प्रमुख घटक(Pillars and Main Factors)
India AI Mission के सात मुख्य स्तंभ (पिलर) इस प्रकार हैं:
स्तंभ | उद्देश्य / फोकस क्षेत्र |
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Compute Capacity | शोध, स्टार्ट-अप्स और अकादमिक संस्थानों को उच्च-प्रदर्शन कम्प्यूटिंग संसाधन (GPUs आदि) सस्ते में उपलब्ध कराना। |
Innovation Centre / Foundation Models | भारतीय डेटा पर आधारित मूल AI मॉडल विकसित करना — जैसे Large Language Models (LLMs), multimodal मॉडल आदि। |
Datasets Platform / AIKosh | ऐक-डेटा प्लेटफ़ॉर्म तैयार करना जहाँ गैर-व्यक्तिगत डेटा, मॉडल टूलकिट आदि उपलब्ध हों ताकि डेवेलपर्स समय और श्रम बचा सकें। |
Application Development Initiative | AI अनुप्रयोगों का विकास करना जो स्वास्थ्य, कृषि, शिक्षा, न्याय, भाषा आदि क्षेत्रों के लिए उपयोगी हों। |
FutureSkills / स्किलिंग और प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण | ऊँच-नीच शहरों में डेटा एवं AI लैब्स बनाना, विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं को फेलोशिप देना, शिक्षण संस्थानों में AI कौशल बढ़ाना। |
Startup Financing | AI स्टार्ट-अप्स को वित्तीय सहायता, निवेश, मेंटरशिप आदि की सुविधा देना ताकि नवाचार को बढ़ावा मिले। |
Safe & Trusted AI / एथिक्स और सुरक्षा | AI मॉडल और अनुप्रयोगों में नैतिकता, जवाबदेही, पारदर्शिता और सुरक्षा सुनिश्चित करना। AI Safety Institute आदि का निर्माण। |
हाल की घोषणाएँ और प्रगति(Recent Announcement and Progress)
India AI Mission के तहत कुछ उल्लेखनीय प्रगति और घोषणाएँ हुई हैं:
- Building India’s Foundational AI Models पहल के तहत स्टार्टअप्स, शोध संस्थाएँ आदि ने प्रस्ताव भेजे; बड़ी संख्या में आवेदन प्राप्त हुए; कुछ चयनित संस्थाएँ अब मॉडल विकसित कर रही हैं।
- AIKosh प्लेटफ़ॉर्म की शुरूआत हुई है, जो डेटासेट्स, मॉडल और टूलकिट प्रदान करता है। इसमें सरकार और गैर-सरकारी स्रोतों से डेटा शामिल है।
- 30 Data & AI Labs लॉन्च किए गए हैं, अभी ये Tier-2 और Tier-3 शहरों में स्थापित हो रहे हैं।
- इस मिशन के लिए लगभग ₹10,372 करोड़ का बजट आवंटन किया गया है, जिससे देश में AI इंफ्रास्ट्रक्चर, स्टार्टअप्स और Compute संसाधनों पर काम हो सके।
- Founder Model Initiatives के तहत आठ नई परियोजनाएँ स्वीकृत की गई हैं, जिनमें विभिन्न क्षेत्र-विशेष मॉडल विकास शामिल है (भाषा, स्वास्थ्य, औद्योगिक अनुप्रयोग आदि)।
चुनौतियाँ(Challenges)
India AI Mission 2025 के सफल निष्पादन में कुछ चुनौतियाँ भी हैं:
- भारतीय भाषाओं की विविधता के कारण भाषा सम्बन्धित मॉडल विकसित करना कठिन है — डेटा संग्रह, प्रशिक्षण और परीक्षण में बाधाएँ।
- डेटा की गुणवत्ता, गोपनीयता और उपयोग-नियम (privacy, consent, bias) सुनिश्चित करना।
- उच्च-गुणवत्ता Compute संसाधन और आधुनिक हार्डवेयर की कीमत और उपलब्धता।
- स्टार्ट-अप्स और अनुसंधान संस्थाओं को पर्याप्त निवेश और बाजार का समर्थन मिलना चाहिए।
- मॉडल के नैतिक और सामाजिक प्रभावों की देखभाल: सुरक्षा, पारदर्शिता, मिसयूज़ से बचाव आदि।
भारत और वैश्विक संदर्भ में महत्व(India and World Context)
- India AI Mission भारत को AI के वैश्विक मंच पर एक भरोसेमंद और स्वतंत्र खिलाड़ी बनाने की दिशा में है।
- यह मिशन “Viksit Bharat” के लक्ष्य के अनुरूप है, जहाँ टेक्नोलॉजी सार्वजनिक सेवा, शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि आदि में सुधार लाए।
- GDP पर सकारात्मक प्रभाव की संभावना है, क्योंकि AI अनुप्रयोगों से उत्पादकता, नवाचार और रोजगार में वृद्धि हो सकती है।
- यह मिशन सामाजिक असमानताएँ कम कर सकता है — जैसे- भाषाई पहुँच, शिक्षा के अवसर, स्वास्थ्य सेवा आदि में AI-उपकरणों के माध्यम से सुधार।
निष्कर्ष(Conclusion)
India AI Mission 2025 एक महत्वपूर्ण मोड़ है — यह सिर्फ तकनीकी विकास की दिशा नहीं बल्कि नये सोच और समावेशी प्रगति की दिशा है।
यह मिशन देश को AI-क्षमता, स्वायत्तता और नवाचार में अग्रणी बनाने की दिशा में है। यदि सभी स्तंभों पर समान रूप से काम हो, डेटा सुरक्षित हो, भाषाई और सामाजिक विविधता को ध्यान में रखा जाए, तो भारत AI के क्षेत्र में सिर्फ उपभोक्ता नहीं बल्कि निर्माता भी बनेगा।
भविष्य की दिशा यह है कि इस मिशन की योजनाएँ समय पर पूरी हों, नागरिकों को प्रासंगिक लाभ मिलें, और AI के उपयोग का संतुलित, नैतिक और पारदर्शी मार्ग सुनिश्चित हो।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
India AI Mission कब शुरू हुआ?
यह मार्च 2024 में केंद्रीय मंत्रिपरिषद द्वारा स्वीकृत हुआ।मिशन का कुल बजट कितना है?
लगभग ₹10,372 करोड़ (भारतीय रुपये) का आवंटन किया गया है।कितने Compute संसाधन (GPUs) उपलब्ध कराए जा चुके हैं?
लगभग 34,381 GPUs विभिन्न प्रदाताओं से जुड़ चुके हैं।Foundation Models का क्या मतलब है?
ये बड़े AI मॉडल हैं जो भाषा, मल्टीमॉडल इनपुट, डोमेन-विशेष डेटा पर प्रशिक्षित होते हैं — जैसे LLMs, multimodal मॉडल आदि।AIKosh क्या है?
AIKosh एक unified डेटा प्लेटफ़ॉर्म है जहाँ गैर-व्यक्तिगत डेटा, मॉडल, टूलकिट आदि इकट्ठा हों, दाता और उपयोगकर्ता मिल सकें।FutureSkills पहल में क्या शामिल है?
छात्रों, शोधकर्ताओं को फेलोशिप देना, AI-डेटा लैब्स स्थापित करना Tier-2 / Tier-3 शहरों में, प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाना।Safe & Trusted AI का क्या महत्व है?
यह सुनिश्चित करना कि AI के उपयोग में नैतिकताएँ, पारदर्शिता, सामाजिक और भाषाई विविधता और गोपनीयता नज़र में हो; एआई मॉडल के misuse से बचाव हो।स्टार्टअप्स को इस मिशन से कैसे लाभ मिलेगा?
स्टार्टअप्स को लिए वित्तीय सहायता, प्रस्तावों पर चयन, Compute संसाधनों की सब्सिडी, आवेदन विकास तथा बाज़ार पहुँच के अवसर मिलेंगे।यह मिशन किन-किन क्षेत्रों में AI अनुप्रयोग बढ़ाएगा?
शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, शासन, पर्यावरण, विकलांगों की सहायक तकनीकें आदि। (सामान्य नागरिकों पर इसका क्या प्रभाव होगा?
भाषा-अनुकूल सेवाएँ, बेहतर स्वास्थ्य सेवाएँ, शिक्षा में सुधार, सरकारी सेवाओं में दक्षता, डेटा-सेवा पहुँच और रोजगार के नए अवसर।
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