एड्रियाटिक सागर (Adriatic Sea)
भूगोल, इतिहास और महत्व
एड्रियाटिक सागर (Adriatic Sea) यूरोप का एक महत्वपूर्ण सागर है, जो भूमध्य सागर (Mediterranean Sea) का हिस्सा है। यह सागर अपनी भौगोलिक स्थिति, ऐतिहासिक व्यापार मार्गों और आधुनिक पर्यटन उद्योग के कारण अत्यंत महत्वपूर्ण है।
एड्रियाटिक सागर का परिचय
- स्थान: इटली और बाल्कन प्रायद्वीप के बीच।
- लंबाई: लगभग 800 किमी
- चौड़ाई: लगभग 200 किमी
- क्षेत्रफल: लगभग 1,38,600 वर्ग किमी
- औसत गहराई: 252 मीटर
- अधिकतम गहराई: लगभग 1,233 मीटर (दक्षिणी भाग में)।
- उत्तर: पो नदी का डेल्टा (इटली)
- दक्षिण: ओट्रांटो जलडमरूमध्य, जो इसे आयोनियन सागर से जोड़ता है।
एड्रियाटिक सागर से जुड़े देश
- इटली
- स्लोवेनिया
- क्रोएशिया
- बोस्निया और हर्जेगोविना
- मोंटेनेग्रो
- अल्बानिया
एड्रियाटिक सागर के प्रमुख द्वीप और तट
- क्रोएशिया का डलमेशियन तट – सैकड़ों छोटे-बड़े द्वीपों से भरा हुआ।
- प्रमुख द्वीप: ह्वार (Hvar), ब्राच (Brač), कोरचुला (Korčula), डब्राव्निक के निकट छोटे द्वीप।
- इटली का वेनिस (Venice) तटवर्ती क्षेत्र – विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक और पर्यटन स्थल।
एड्रियाटिक सागर का ऐतिहासिक महत्व
- प्राचीन काल: यूनानी और रोमन सभ्यताओं ने इस क्षेत्र का उपयोग व्यापार और नौसैनिक गतिविधियों के लिए किया।
- मध्यकाल: वेनिस गणराज्य ने एड्रियाटिक सागर पर लंबा समय तक नियंत्रण रखा और इसे अपने समुद्री साम्राज्य का केंद्र बनाया।
- व्यापार: पूर्वी भूमध्यसागर और पश्चिमी यूरोप के बीच व्यापार मार्ग के रूप में एड्रियाटिक सागर का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
आर्थिक और सामरिक महत्व
पर्यटन:
क्रोएशिया का एड्रियाटिक तट यूरोप का सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थल है।वेनिस (इटली) और डब्राव्निक (क्रोएशिया) विश्व धरोहर स्थल हैं।
मत्स्य उद्योग:
यहां मछली और समुद्री उत्पाद स्थानीय लोगों की आजीविका का प्रमुख स्रोत हैं।ऊर्जा और परिवहन:
एड्रियाटिक सागर के तटवर्ती क्षेत्रों में प्राकृतिक गैस और तेल भंडार पाए जाते हैं।
यह सागर इटली और बाल्कन देशों को जोड़ने वाले नौवहन मार्ग के लिए महत्वपूर्ण है।
यह सागर इटली और बाल्कन देशों को जोड़ने वाले नौवहन मार्ग के लिए महत्वपूर्ण है।
एड्रियाटिक सागर के प्रमुख बंदरगाह
देश | प्रमुख बंदरगाह |
---|---|
इटली | वेनिस, ट्रिएस्टे, बारी, एंकोना |
क्रोएशिया | डब्राव्निक, स्प्लिट, रियेका |
स्लोवेनिया | कोपर |
मोंटेनेग्रो | बार |
अल्बानिया | डुर्रेस |
प्राकृतिक और पर्यावरणीय विशेषताएँ
- सागर का पानी अपेक्षाकृत साफ और नीला होता है।
- इसमें कई मरीन रिज़र्व और नेशनल पार्क हैं, जो डॉल्फिन, सील और प्रवाल भित्तियों की रक्षा करते हैं।
- जलवायु: भूमध्यसागरीय (Mediterranean Climate) – गर्मी में गर्म और सर्दी में हल्की ठंड।
निष्कर्ष
एड्रियाटिक सागर (Adriatic Sea) केवल एक भौगोलिक इकाई नहीं है, बल्कि यह इतिहास, व्यापार, पर्यटन और सामरिक दृष्टि से यूरोप का महत्वपूर्ण केंद्र है। प्राचीन रोमन सभ्यता से लेकर आधुनिक पर्यटन तक, इसका महत्व निरंतर बना हुआ है। आज यह क्षेत्र यूरोप की सांस्कृतिक धरोहर, प्राकृतिक सुंदरता और आर्थिक विकास का प्रतीक है।
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