Economic Development of Uttar Pradesh

 

उत्तर प्रदेश का आर्थिक विकास (Economic Development of Uttar Pradesh)

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh), जनसंख्या की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य है, जो कृषि, उद्योग, सेवा और निर्माण क्षेत्रों के संतुलित विकास के माध्यम से आर्थिक रूप से लगातार प्रगति कर रहा है। पिछले कुछ वर्षों में राज्य ने अधोसंरचना, निवेश, स्टार्टअप, पर्यटन, और शहरीकरण में विशेष उन्नति की है।


📈 1. उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था की रूपरेखा:

बिंदु विवरण
राज्य का GSDP (2023-24) ₹24.39 लाख करोड़ (लगभग) – भारत में दूसरे स्थान पर
विकास दर (2023-24) ~8% अनुमानित विकास दर
राष्ट्रीय GDP में योगदान ~8% से अधिक
प्रमुख क्षेत्र कृषि, लघु उद्योग, निर्माण, सेवा, पर्यटन

🌾 2. कृषि और संबद्ध क्षेत्र

  • कृषि मुख्य आधार – गेहूं, गन्ना, चावल, आलू, दालों का प्रमुख उत्पादक

  • PM-KISAN, किसान कल्याण मिशन, MSP पर खरीद जैसी योजनाओं से किसानों की आय में वृद्धि

  • डेयरी, मत्स्य पालन, मधुमक्खी पालन जैसे विविधिकृत कृषि में भी वृद्धि

  • कृषि में ड्रोन, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, और सिंचाई योजनाओं से नवाचार


🧵 3. उद्योग और MSME विकास

  • UP में देश की सबसे बड़ी MSME इकाइयाँ (90+ लाख से अधिक)

  • ODOP योजना: हर जिले की विशिष्ट शिल्प को बढ़ावा और निर्यात में योगदान

  • Defence Corridor, बुंदेलखंड और पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से औद्योगिक निवेश

  • ईज ऑफ डूइंग बिजनेस रैंकिंग में उत्तर प्रदेश शीर्ष 3 राज्यों में शामिल


💼 4. सेवा क्षेत्र

  • IT-BPM सेक्टर: नोएडा, लखनऊ जैसे शहर टेक्नोलॉजी हब बनते जा रहे

  • पर्यटन: अयोध्या, वाराणसी, आगरा जैसे स्थलों से अर्थव्यवस्था को बल

  • स्वास्थ्य, शिक्षा, बैंकिंग, होटलिंग, रिटेल सेक्टर में बढ़ता निवेश


🏗️ 5. आधारभूत ढांचा विकास

  • एक्सप्रेसवे राज्य: यमुना, आगरा-लखनऊ, पूर्वांचल, बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे

  • नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट (Jewar) – एशिया का सबसे बड़ा एयरपोर्ट निर्माणाधीन

  • गंगा एक्सप्रेसवे, मेट्रो नेटवर्क, लॉजिस्टिक पार्क्स से व्यापार सुगम

  • PM Awas Yojana, Smart City योजना से शहरी विकास


🌐 6. निवेश और रोजगार

  • UP Global Investors Summit 2023: ₹35 लाख करोड़ से अधिक MoUs

  • Start-in-UP नीति, स्टार्टअप इन्क्यूबेटर

  • Mission Rozgar और Skill Development Mission से करोड़ों रोजगार


📊 7. वित्तीय प्रबंधन व नीति सुधार

  • राजस्व संग्रहण में वृद्धि, GST व Stamp Duty में पारदर्शिता

  • E-governance, भू-राजस्व समाधान, सिंगल विंडो क्लियरेंस

  • ई-टेंडरिंग व पारदर्शी बजट प्रक्रिया


निष्कर्ष:

उत्तर प्रदेश कृषि-प्रधान राज्य से एक नवाचार-प्रेरित, औद्योगिक व सेवा-आधारित अर्थव्यवस्था की ओर बढ़ रहा है। लगातार हो रहे आधारभूत ढांचा विकास, निवेशकों की रुचि, MSME का विस्तार और डिजिटल व स्टार्टअप इकोसिस्टम से राज्य की आर्थिक क्षमता तीव्र गति से विकसित हो रही है।

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