मक्का (Maize / Corn)
विश्व परिप्रेक्ष्य में उत्पादन, उपभोग और कृषि आवश्यकताएँ
मक्का (Maize / Corn) विश्व की प्रमुख अनाज फसलों में से एक है, जिसका उपयोग न केवल मानव भोजन बल्कि पशु आहार, औद्योगिक कच्चे माल और बायोफ्यूल के रूप में भी किया जाता है। इसकी बहुउपयोगिता के कारण मक्का को "सुनहरी फसल" भी कहा जाता है।
मक्का का वैश्विक महत्व
- यह विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अनाज फसल है (चावल और गेहूँ के बाद)।
- मक्का का उपयोग भोजन, चारा, तेल, स्टार्च, शराब, एथनॉल आदि में होता है।
- मक्का की सबसे अधिक खेती अमेरिका महाद्वीप में होती है, परंतु अब एशिया और अफ्रीका में भी तेजी से फैल रही है।
मक्का की खेती के लिए आवश्यक शर्तें (तालिका)
कारक | आवश्यक स्थिति | विवरण |
---|---|---|
तापमान (Temperature) | 18°C – 27°C | अंकुरण के लिए न्यूनतम 18°C, वृद्धि और दानों के विकास के लिए 21°C–27°C उपयुक्त। |
वर्षा (Rainfall) | 50 – 100 सेमी | मध्यम वर्षा आवश्यक। अधिक वर्षा फसल को नुकसान पहुँचाती है, सिंचाई वाले क्षेत्रों में कम वर्षा में भी संभव। |
मृदा (Soil) | जलोढ़, दोमट और काली मिट्टी | उपजाऊ और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी मक्का के लिए उपयुक्त। |
कृषि क्षेत्र (Type of Region) | उष्णकटिबंधीय और उप-उष्णकटिबंधीय क्षेत्र | अमेरिका, चीन, ब्राज़ील, भारत, मेक्सिको और अर्जेंटीना प्रमुख क्षेत्र। |
ऊँचाई (Altitude) | समुद्र तल से ऊँचे पठारी क्षेत्र तक | विभिन्न ऊँचाई पर संभव, परंतु अधिक ऊँचाई पर उपज घटती है। |
विश्व में मक्का का उत्पादन
प्रमुख उत्पादक देश
- अमेरिका – विश्व का सबसे बड़ा उत्पादक (~30%)।
- चीन – दूसरा सबसे बड़ा (~22%)।
- ब्राज़ील और अर्जेंटीना – प्रमुख निर्यातक।
- भारत, मेक्सिको और इंडोनेशिया – एशिया और लैटिन अमेरिका में प्रमुख उत्पादक।
महाद्वीपवार उत्पादन
- उत्तर और दक्षिण अमेरिका – अमेरिका, ब्राज़ील, अर्जेंटीना।
- एशिया – चीन, भारत, इंडोनेशिया।
- अफ्रीका – नाइजीरिया, दक्षिण अफ्रीका।
- यूरोप – फ्रांस, रोमानिया, यूक्रेन।
मक्का का उपभोग
- अमेरिका और यूरोप – पशु आहार और बायोफ्यूल के लिए।
- एशिया और अफ्रीका – भोजन के रूप में (रोटी, दलिया, स्नैक्स)।
- मेक्सिको – टॉर्टिला और टैको का मुख्य घटक।
- भारत – मक्के की रोटी और चारा दोनों में।
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार
- प्रमुख निर्यातक: अमेरिका, ब्राज़ील, अर्जेंटीना, यूक्रेन।
- प्रमुख आयातक: जापान, मैक्सिको, दक्षिण कोरिया, मिस्र।
- अमेरिका सबसे बड़ा निर्यातक और जापान सबसे बड़ा आयातक है।
वैश्विक चुनौतियाँ
- जलवायु परिवर्तन: अत्यधिक तापमान और अनियमित वर्षा उत्पादन घटा रही है।
- कीट और रोग: फॉल आर्मीवॉर्म जैसी समस्या।
- भू-राजनीतिक संकट: यूक्रेन युद्ध ने वैश्विक आपूर्ति प्रभावित की।
- बढ़ती मांग: पशु आहार और बायोफ्यूल उत्पादन के कारण।
मक्का और भविष्य
- जैव-प्रौद्योगिकी (GM Maize) उत्पादन और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने में सहायक।
- बायोफ्यूल उद्योग में इसकी भूमिका और बढ़ेगी।
- अफ्रीका और एशिया में उत्पादन विस्तार की संभावना।
- भविष्य में मक्का ऊर्जा और खाद्य सुरक्षा दोनों का प्रमुख स्रोत बनेगा।
मक्का का विश्व परिप्रेक्ष्य: सारणीबद्ध जानकारी
पहलू | विवरण |
---|---|
सबसे बड़ा उत्पादक | अमेरिका (~30% विश्व उत्पादन) |
दूसरा उत्पादक | चीन (~22%) |
प्रमुख निर्यातक | अमेरिका, ब्राज़ील, अर्जेंटीना, यूक्रेन |
प्रमुख आयातक | जापान, मैक्सिको, दक्षिण कोरिया, मिस्र |
मुख्य उपभोग क्षेत्र | अमेरिका (पशु आहार), मेक्सिको (टॉर्टिला), एशिया और अफ्रीका (भोजन व चारा) |
आवश्यक जलवायु | 18°C – 27°C तापमान, 50–100 सेमी वर्षा |
भविष्य की चुनौती | जलवायु परिवर्तन, बढ़ती मांग, वैश्विक व्यापार अस्थिरता |
निष्कर्ष
मक्का आज न केवल एक खाद्यान्न फसल है बल्कि ऊर्जा, औद्योगिक उत्पाद और पशुपालन का भी आधार है। विश्व परिप्रेक्ष्य में इसका महत्व आने वाले समय में और भी बढ़ेगा क्योंकि यह भोजन और ऊर्जा दोनों की आवश्यकताओं को पूरा करने की क्षमता रखता है।
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