फिलीपीन सागर (Philippine Sea)
भूगोल, इतिहास और सामरिक महत्व
फिलीपीन सागर (Philippine Sea) दुनिया के सबसे बड़े समुद्री क्षेत्रों में से एक है, जो पश्चिमी प्रशांत महासागर का हिस्सा है। यह सागर अपने विस्तृत क्षेत्रफल, गहरी समुद्री खाइयों, सामरिक स्थिति, मत्स्य संसाधनों और द्वितीय विश्व युद्ध के ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है।
फिलीपीन सागर का परिचय
- स्थान: पश्चिमी प्रशांत महासागर
- पश्चिम: फिलीपींस और ताइवान
- उत्तर: जापान
- पूर्व: मारियाना द्वीप समूह (Mariana Islands)
- दक्षिण: पалау और उत्तरी इंडोनेशिया
- क्षेत्रफल: लगभग 50 लाख वर्ग किमी (विश्व के सबसे बड़े समुद्री क्षेत्रों में से एक)
- अधिकतम गहराई: लगभग 10,994 मीटर (मारियाना ट्रेंच – Mariana Trench, चैलेंजर डीप)
फिलीपीन सागर से जुड़े देश
- फिलीपींस
- जापान
- ताइवान
- पалау
- संयुक्त राज्य अमेरिका (मारियाना द्वीप समूह और गुआम के माध्यम से)
प्रमुख द्वीप और क्षेत्र
- मारियाना द्वीप समूह (Mariana Islands) – जिसमें गुआम और नॉर्दर्न मारियाना आइलैंड्स शामिल हैं।
- रयूक्यू द्वीप समूह (Ryukyu Islands, जापान)
- फिलीपींस द्वीप समूह
- मारियाना ट्रेंच (Mariana Trench): विश्व का सबसे गहरा समुद्री क्षेत्र।
फिलीपीन सागर का ऐतिहासिक महत्व
प्राचीन काल
यह क्षेत्र एशिया-प्रशांत द्वीपों और एशियाई मुख्य भूमि के बीच समुद्री व्यापार मार्ग के रूप में प्रयुक्त होता था।द्वितीय विश्व युद्ध
फिलीपीन सागर का युद्ध (Battle of the Philippine Sea, 1944) द्वितीय विश्व युद्ध का सबसे बड़ा नौसैनिक युद्ध था।
इसमें अमेरिकी नौसेना ने जापानी नौसेना को पराजित किया, जिससे प्रशांत महासागर में अमेरिकी प्रभुत्व स्थापित हुआ।
यहाँ टूना (Tuna), सार्डिन, मैकेरल और शंख-झींगे बड़ी मात्रा में पाए जाते हैं।
इसमें अमेरिकी नौसेना ने जापानी नौसेना को पराजित किया, जिससे प्रशांत महासागर में अमेरिकी प्रभुत्व स्थापित हुआ।
शीत युद्ध काल
अमेरिका ने गुआम और फिलीपींस में अपने सैन्य अड्डे स्थापित किए।आर्थिक महत्व
मत्स्य उद्योग
फिलीपीन सागर दुनिया के सबसे समृद्ध मत्स्य क्षेत्रों में से एक है।यहाँ टूना (Tuna), सार्डिन, मैकेरल और शंख-झींगे बड़ी मात्रा में पाए जाते हैं।
ऊर्जा संसाधन
इसमें तेल और प्राकृतिक गैस के भंडार होने की संभावना है।व्यापार और नौवहन
यह क्षेत्र एशिया और अमेरिका के बीच समुद्री व्यापार मार्ग के रूप में कार्य करता है।प्रमुख बंदरगाह
देश | प्रमुख बंदरगाह |
---|---|
फिलीपींस | मनीला, सेबू, दावाओ |
जापान | ओकिनावा, योकोसुका (फिलीपीन सागर से जुड़ा) |
अमेरिका (गुआम) | अप्रा हार्बर |
सामरिक महत्व
- अमेरिका के सैन्य अड्डे (गुआम, ओकिनावा) इस क्षेत्र को सामरिक दृष्टि से अत्यधिक संवेदनशील बनाते हैं।
- यह सागर चीन, ताइवान और अमेरिका के बीच एशिया-प्रशांत क्षेत्र की सुरक्षा नीति का केंद्र है।
- यह क्षेत्र भारत की "Act East Policy" और क्वाड गठबंधन (QUAD: भारत, अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया) की सामरिक योजनाओं में भी शामिल है।
पर्यावरणीय चुनौतियाँ
- समुद्री प्रदूषण (प्लास्टिक और औद्योगिक अपशिष्ट)
- जलवायु परिवर्तन और समुद्र स्तर में वृद्धि
- कोरल रीफ का विनाश
- अत्यधिक मछली पकड़ना (Overfishing)
निष्कर्ष
फिलीपीन सागर (Philippine Sea) दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे गहरा समुद्री क्षेत्र है, जिसका भौगोलिक, ऐतिहासिक और सामरिक महत्व अद्वितीय है। यह न केवल व्यापार और मत्स्य उद्योग के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि यह विश्व राजनीति और सामरिक शक्ति संतुलन का भी केंद्र है।
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