उत्तर प्रदेश सरकार ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए ₹8,08,736 करोड़ का बजट प्रस्तुत किया है, जो पिछले वर्ष के ₹7,36,437 करोड़ के बजट की तुलना में 9.8% अधिक है। (Current Affairs Adda247)
🔑 बजट 2025-26 के प्रमुख बिंदु:
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कुल व्यय (ऋण चुकौती को छोड़कर): ₹7,57,333 करोड़
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कुल प्राप्तियाँ (उधार को छोड़कर): ₹6,65,933 करोड़
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राजकोषीय घाटा: ₹91,399.80 करोड़ (GSDP का 2.97%)
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राजस्व अधिशेष: ₹74,147 करोड़ (GSDP का 2.97%)
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राज्य की अनुमानित GSDP: ₹27.51 लाख करोड़ (PRS Legislative Research, Sanskriti IAS, Sanskriti IAS)
🧾 प्रमुख व्यय क्षेत्र:
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विकास कार्य: 22%
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शिक्षा: 13%
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कृषि: 11%
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स्वास्थ्य: 6%
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अनुसंधान, विकास और आईटी: विशेष ध्यान
🆕 नई योजनाएँ और निवेश:
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नई योजनाओं के लिए आवंटन: ₹28,478.34 करोड़
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मुख्यमंत्री युवा उद्यमी विकास अभियान: ₹1,000 करोड़
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मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना: ₹225 करोड़
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PM मित्र टेक्सटाइल योजना: ₹150 करोड़
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वस्त्र गारमेंटिंग योजना: ₹150 करोड़ (Drishti IAS, Budget UP)
📊 कर और राजस्व:
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स्वयं कर राजस्व: ₹2,56,351 करोड़ (2023-24 के संशोधित अनुमान से 27% अधिक)
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राजस्व प्राप्तियों में वृद्धि: 15.4% की अपेक्षा
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सबसिडी व्यय: ₹28,000 करोड़ (राजस्व प्राप्तियों का 5%) (PRS India)
📈 आर्थिक संकेतक:
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राजकोषीय घाटा: GSDP का 2.97%, जो FRBM अधिनियम में निर्धारित 3.5% की सीमा से कम है।
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बकाया देनदारियाँ: GSDP का 32.7% (Drishti IAS, PRS India)
📝 निष्कर्ष:
यह बजट उत्तर प्रदेश की आर्थिक प्रगति, बुनियादी ढांचे के विकास, और सामाजिक कल्याण को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है। सरकार ने युवाओं, किसानों, महिलाओं, और उद्योगों के लिए विशेष योजनाओं की घोषणा की है, जिससे राज्य की समग्र विकास दर में वृद्धि की संभावना है।
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