G20 सम्मेलन

G20 सम्मेलन

वैश्विक नेतृत्व की नई पहचान और 12 प्रमुख पहलें

G20 सम्मेलन

लेख का खाका (Outline in Table Format)

क्रमांक शीर्षक (Headings/Subheadings)
1 परिचय: G20 क्या है?
2 G20 की स्थापना और उद्देश्य
3 G20 के सदस्य देश
4 भारत और G20 का संबंध
5 भारत की G20 अध्यक्षता (2023)
6 भारत की थीम: “वसुधैव कुटुंबकम”
7 G20 भारत की प्रमुख उपलब्धियाँ
8 डिजिटल अर्थव्यवस्था और G20 भारत
9 जलवायु परिवर्तन और सतत विकास
10 भारत की विदेश नीति और वैश्विक भूमिका
11 G20 भारत की चुनौतियाँ
12 आधुनिक भारत पर G20 का प्रभाव
13 निष्कर्ष: भारत का उभरता वैश्विक नेतृत्व
14 अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

    परिचय: G20 क्या है?

    G20 (Group of Twenty) दुनिया की 20 प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं का समूह है। इसका उद्देश्य वैश्विक वित्तीय स्थिरता, व्यापार, सतत विकास और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है।

    क्रमांक देश राजधानी महाद्वीप
    1 अर्जेंटीना ब्यूनस आयर्स दक्षिण अमेरिका
    2 ऑस्ट्रेलिया कैनबरा ऑस्ट्रेलिया
    3 ब्राज़ील ब्रासीलिया दक्षिण अमेरिका
    4 कनाडा ओटावा उत्तरी अमेरिका
    5 चीन बीजिंग एशिया
    6 फ्रांस पेरिस यूरोप
    7 जर्मनी बर्लिन यूरोप
    8 भारत नई दिल्ली एशिया
    9 इंडोनेशिया जकार्ता एशिया
    10 इटली रोम यूरोप
    11 जापान टोक्यो एशिया
    12 मैक्सिको मैक्सिको सिटी उत्तरी अमेरिका
    13 रूस मॉस्को यूरोप/एशिया
    14 सऊदी अरब रियाद एशिया
    15 दक्षिण अफ्रीका प्रिटोरिया (प्रशासनिक), केप टाउन (संसदीय) अफ्रीका
    16 दक्षिण कोरिया सियोल एशिया
    17 तुर्की अंकारा यूरोप/एशिया
    18 यूनाइटेड किंगडम (UK) लंदन यूरोप
    19 संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) वॉशिंगटन डी.सी. उत्तरी अमेरिका
    20 यूरोपीय संघ (EU) ब्रुसेल्स (मुख्यालय) यूरोप

    G20 की स्थापना और उद्देश्य

    • स्थापना वर्ष: 1999

    मुख्य उद्देश्य:

    1. वैश्विक आर्थिक स्थिरता बनाए रखना।
    2. वित्तीय संकटों से निपटना।
    3. सतत विकास और व्यापार को बढ़ावा देना।
    4. जलवायु परिवर्तन और तकनीकी चुनौतियों का समाधान।


    G20 के सदस्य देश

    G20 में 19 देश और यूरोपीय संघ (EU) शामिल हैं।

    • देश: अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका।
    • संगठन: यूरोपीय संघ।

    👉 G20 वैश्विक GDP का 85%, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार का 75% और विश्व जनसंख्या का दो-तिहाई हिस्सा कवर करता है।


    भारत और G20 का संबंध

    भारत 1999 से ही G20 का सदस्य है।

    • भारत G20 के जरिए विकासशील देशों की आवाज़ को उठाता है।
    • वैश्विक आर्थिक सुधार और तकनीकी साझेदारी में भारत की महत्वपूर्ण भूमिका है।


    भारत की G20 अध्यक्षता (2023)

    भारत ने 1 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक G20 की अध्यक्षता संभाली।

    • यह भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण था।
    • भारत ने 200 से अधिक बैठकें और 60 से अधिक स्थानों पर आयोजन किए।
    • शिखर सम्मेलन 9-10 सितंबर 2023 को नई दिल्ली में हुआ।


    भारत की थीम: “वसुधैव कुटुंबकम”

    भारत की अध्यक्षता का विषय था:
    👉 “One Earth, One Family, One Future”
    यह भारतीय संस्कृति के वसुधैव कुटुंबकम सिद्धांत पर आधारित था।


    G20 भारत की प्रमुख उपलब्धियाँ

    1. नई दिल्ली घोषणा पत्र – सर्वसम्मति से पारित।
    2. अफ्रीकी संघ (African Union) को स्थायी सदस्यता।
    3. ग्रीन डेवेलपमेंट समझौते पर जोर।
    4. डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI) मॉडल का प्रचार।
    5. वैश्विक बायोफ्यूल गठबंधन (Global Biofuel Alliance) की शुरुआत।


    डिजिटल अर्थव्यवस्था और G20 भारत

    भारत ने G20 मंच पर डिजिटल अर्थव्यवस्था को नई पहचान दी।

    • UPI और डिजिटल पेमेंट मॉडल को दुनिया के सामने प्रस्तुत किया।
    • विकासशील देशों में डिजिटल पब्लिक गुड्स का विस्तार।
    • भारत का मॉडल कई देशों के लिए प्रेरणा बना।


    जलवायु परिवर्तन और सतत विकास

    • भारत ने ग्रीन एनर्जी, सौर ऊर्जा और बायोफ्यूल पर वैश्विक सहयोग की पहल की।
    • मिलेट्स (Shree Anna) को बढ़ावा देकर सतत खाद्य सुरक्षा पर जोर दिया।
    • जलवायु परिवर्तन से लड़ने के लिए वन अर्थ – एक परिवार – एक भविष्य दृष्टिकोण रखा।


    भारत की विदेश नीति और वैश्विक भूमिका

    • भारत ने G20 में “वैश्विक दक्षिण” (Global South) की आवाज़ को मजबूत किया।
    • अफ्रीकी संघ को सदस्यता दिलाना भारत की समावेशी विदेश नीति का उदाहरण है।
    • भारत को वैश्विक नेतृत्व का प्रतीक माना गया।


    G20 भारत की चुनौतियाँ

    • रूस-यूक्रेन युद्ध पर सर्वसम्मति बनाना कठिन था।
    • विकसित और विकासशील देशों के बीच आर्थिक असमानता।
    • जलवायु वित्त (Climate Finance) पर सहमति की कमी।


    आधुनिक भारत पर G20 का प्रभाव

    • भारत की सॉफ्ट पावर में वृद्धि हुई।
    • पर्यटन और निवेश में बढ़ोतरी।
    • भारत की डिजिटल और हरित ऊर्जा नीति को वैश्विक मंच पर पहचान मिली।
    • भारत को एक जिम्मेदार वैश्विक नेता के रूप में मान्यता मिली।


    निष्कर्ष: भारत का उभरता वैश्विक नेतृत्व

    भारत की G20 अध्यक्षता ने न केवल देश की कूटनीतिक ताकत बढ़ाई बल्कि विकासशील देशों की आवाज़ को वैश्विक मंच तक पहुँचाया। वसुधैव कुटुंबकम का संदेश देकर भारत ने यह साबित किया कि दुनिया वास्तव में “एक परिवार” है।


    अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

    1. G20 की स्थापना कब हुई थी?

    1999 में।

    2. भारत ने G20 की अध्यक्षता कब की?

    1 दिसंबर 2022 से 30 नवंबर 2023 तक।

    3. भारत की G20 थीम क्या थी?

    “वसुधैव कुटुंबकम – One Earth, One Family, One Future।”

    4. भारत की अध्यक्षता की प्रमुख उपलब्धि क्या रही?

    नई दिल्ली घोषणा पत्र और अफ्रीकी संघ को सदस्यता।

    5. G20 में कितने देश सदस्य हैं?

    19 देश और यूरोपीय संघ, कुल 20।

    6. भारत ने G20 में कौन-सी पहल शुरू की?

    वैश्विक बायोफ्यूल गठबंधन और डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर मॉडल।


    बाहरी स्रोत

    G20 Official Website


    हमारे अन्य लेख

    👉  रामसर कन्वेंशन

    👉  UNEP



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