एपेक सम्मेलन 2025
APEC Summit 2025
वैश्विक विकास को नई दिशा देने वाला ऐतिहासिक शिखर सम्मेलन
APEC Summit 2025 क्या है?
APEC दुनिया की:
- 40% वैश्विक जनसंख्या
- 50% अंतरराष्ट्रीय व्यापार
- 60% वैश्विक GDP
APEC 2025 का आयोजन
- APEC 2025 की मेजबानी इस वर्ष Gyeongju (दक्षिण कोरिया) ने की है।
- प्रमुख नेताओं की Economic Leaders’ Meeting 31 अक्टूबर – 1 नवंबर 2025 को Gyeongju में हुयी।
- विभिन्न मंत्रालय-स्तरीय, trade, ministerial, सचिवालय आदि कई बैठकों के लिए अन्य स्थान (दूसरे कोरियाई शहर) जैसे Jeju Island, Busan, Incheon आदि भी उपयोग किए गए — लेकिन मुख्य Leaders’ Summit और समापन Gyeongju में हुआ।
APEC 2025 का थीम और केंद्रीय एजेंडा
- “Resilient Economies, Inclusive Growth”
- “Future of Digital Trade & AI Governance”
- “Sustainable Asia-Pacific Vision for 2050”
मुख्य एजेंडा में ये विषय प्रमुख रहेंगे:
- डिजिटल व वैश्विक मूल्य श्रृंखलाओं को मजबूत करना
- फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को बढ़ाना
- MSME को डिजिटल रूप में सशक्त बनाना
- जलवायु परिवर्तन पर सामूहिक कार्रवाई
- आपूर्ति श्रृंखला स्थिरता
APEC के सदस्य देश और उनकी भूमिका
APEC के 21 सदस्य:
- ऑस्ट्रेलिया
- चीन
- जापान
- अमेरिका
- रूस
- कनाडा
- दक्षिण कोरिया
- इंडोनेशिया
- मलेशिया
- सिंगापुर
- थाईलैंड
- फिलीपींस
- वियतनाम
- ब्रुनेई
- पापुआ न्यू गिनी
- चिली
- मैक्सिको
- पेरू
- न्यूजीलैंड
- हांगकांग
- ताइवान
ये देश इस क्षेत्र की आर्थिक रीढ़ माने जाते हैं।
APEC Summit 2025 के मुख्य मुद्दे
1. मुक्त और निष्पक्ष व्यापार
- टैरिफ घटाने
- व्यापार बाधाएँ कम करने
- क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाने
- सप्लाई-चेन सुरक्षा
2. डिजिटल अर्थव्यवस्था और AI
डिजिटलीकरण APEC 2025 का सबसे बड़ा एजेंडा है:
- AI नियम
- साइबर सुरक्षा
- डिजिटल पेमेंट
- डेटा प्राइवेसी
- स्मार्ट व्यापार
MSME और स्टार्टअप्स को इससे बड़ा लाभ मिलेगा।
3. जलवायु परिवर्तन और सतत विकास
- नेट-ज़ीरो लक्ष्य
- कार्बन कटौती
- हरित ऊर्जा
- प्राकृतिक आपदाओं पर कार्रवाई
पर विशेष ध्यान रहेगा।
4. भू-राजनीतिक स्थिरता
चीन–अमेरिका संबंध, दक्षिण चीन सागर विवाद, ताइवान स्ट्रेट—ये सब बैठक का महत्वपूर्ण हिस्सा होंगे।
2025 Summit की मेजबानी कौन कर रहा है?
APEC 2025 का एशिया-प्रशांत क्षेत्र पर प्रभाव
- व्यापार में तेजी
- निवेश में वृद्धि
- डिजिटल साझेदारी मजबूत
- स्टार्टअप और MSME को वैश्विक बाज़ार
- तकनीकी विनिमय में उछाल
- पर्यावरणीय सुधार
APEC का लक्ष्य है—“उच्च-विकास, उच्च-स्थिरता, उच्च-समृद्धि वाला क्षेत्र”।
भारत की APEC में संभावित भूमिका
भारत APEC का सदस्य नहीं है—लेकिन कई APEC देशों ने भारत के प्रवेश का समर्थन किया है।
भारत के संभावित लाभ:
- बड़े उपभोक्ता बाजार की पहुँच
- डिजिटल व्यापार समझौते
- इंडो-पैसिफिक रणनीति में मजबूत स्थिति
- वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं से जुड़ाव
भारत का APEC में शामिल होना एशिया-प्रशांत संतुलन को नई दिशा देगा।
Summit 2025 से वैश्विक अर्थव्यवस्था को क्या उम्मीदें?
- मंदी के दबाव से राहत
- व्यापार का विस्तार
- तकनीकी तालमेल
- ग्रीन अर्थव्यवस्था का समर्थन
- निवेश में बढ़ोतरी
- वैश्विक स्थिरता
APEC 2025 महामारी-पश्चात दुनिया को नई गति देगा।
चुनौतियाँ और अवसर
चुनौतियाँ
- अमेरिका-चीन व्यापार तनाव
- डिजिटल डेटा विवाद
- साइबर सुरक्षा खतरे
- पर्यावरणीय संकट
- सप्लाई-चेन अस्थिरता
अवसर
- AI-आधारित व्यापार
- ग्रीन टेक्नोलॉजी
- डिजिटल एग्रीमेंट
- क्षेत्रीय शांति
- समावेशी विकास
FAQs
1. APEC क्या है?
APEC एशिया-प्रशांत देशों का आर्थिक मंच है जो व्यापार, निवेश और विकास पर काम करता है।
2. APEC Summit 2025 का मुख्य एजेंडा क्या है?
डिजिटल ट्रेड, AI, मुक्त व्यापार, जलवायु परिवर्तन और आपूर्ति-श्रृंखला सुरक्षा।
3. APEC में कितने देश हैं?
कुल 21 सदस्य देश।
4. क्या भारत APEC का सदस्य है?
नहीं, लेकिन कई देश भारत के सम्मिलन का समर्थन कर रहे हैं।
5. Summit 2025 में कौन-सी चुनौतियाँ प्रमुख होंगी?
अमेरिका-चीन तनाव, साइबर सुरक्षा, जलवायु संकट।
6. APEC का लक्ष्य क्या है?
स्थिर, समृद्ध और मुक्त आर्थिक क्षेत्र का निर्माण।

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