सबका बीमा सबकी रक्षा बिल 2025

सबका बीमा, सबकी रक्षा बिल 2025

सबका बीमा, सबकी रक्षा बिल 2025

Sabka Bima, Sabki Raksha Bill, 2025

    परिचय(Introduction)

    Sabka Bima, Sabki Raksha Bill, 2025 का उद्देश्य देश के प्रत्येक नागरिक को न्यूनतम बीमा सुरक्षा उपलब्ध कराना है। यह विधेयक सामाजिक सुरक्षा को मज़बूत करने, वित्तीय जोखिम कम करने और बीमा को सार्वभौमिक बनाने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम माना जाता है।


    विधेयक की पृष्ठभूमि(Background)

    भारत में बड़ी आबादी अभी भी बीमा कवरेज से बाहर है। स्वास्थ्य, जीवन और संपत्ति से जुड़े जोखिमों को देखते हुए सरकार ने एक समग्र बीमा ढांचा प्रस्तुत करने के लिए Sabka Bima, Sabki Raksha Bill, 2025 की परिकल्पना की।


    मुख्य उद्देश्य(Objective)

    इस विधेयक का प्रमुख उद्देश्य सभी नागरिकों को किफायती और सुलभ बीमा सुरक्षा देना है। इसके तहत न्यूनतम जीवन, स्वास्थ्य और आपदा बीमा को सुनिश्चित कर वित्तीय समावेशन और सामाजिक सुरक्षा को बढ़ावा देने का लक्ष्य रखा गया है।


    बीमा कवरेज का स्वरूप(Coverage)

    विधेयक में बुनियादी जीवन बीमा, स्वास्थ्य बीमा और आपदा/दुर्घटना बीमा को शामिल किया गया है। इसका फोकस न्यूनतम लेकिन सार्वभौमिक कवरेज प्रदान करना है, ताकि आपात स्थितियों में नागरिकों को आर्थिक सुरक्षा मिल सके।


    लाभार्थी वर्ग(Beneficiary)

    यह विधेयक सभी नागरिकों को लक्षित करता है, विशेष रूप से गरीब, असंगठित क्षेत्र के श्रमिक, किसान और कमजोर वर्ग। इसका उद्देश्य बीमा को केवल आय-आधारित उत्पाद न बनाकर एक मूलभूत अधिकार के रूप में स्थापित करना है।


    सरकार की भूमिका(Role of Government)

    केंद्र और राज्य सरकारें बीमा प्रीमियम में आंशिक या पूर्ण सहायता प्रदान कर सकती हैं। सरकार नियामक ढांचा, निगरानी तंत्र और डिजिटल प्लेटफॉर्म के माध्यम से प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी निभाती है।


    डिजिटल और प्रशासनिक व्यवस्था(Digital Admin System)

    विधेयक में डिजिटल पंजीकरण, आधार-आधारित पहचान और डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर जैसी व्यवस्थाओं पर ज़ोर दिया गया है। इससे पारदर्शिता बढ़ेगी, लीकेज कम होगी और लाभ सीधे लाभार्थियों तक पहुँच सकेगा।


    सामाजिक और आर्थिक महत्व(Importance)

    Sabka Bima, Sabki Raksha Bill, 2025 सामाजिक सुरक्षा जाल को मज़बूत करता है। इससे आपदा, बीमारी या मृत्यु जैसी परिस्थितियों में परिवारों की आर्थिक स्थिरता बनी रह सकती है और गरीबी में गिरने का जोखिम कम होता है।


    चुनौतियाँ एवं आलोचना(Critics)

    आलोचकों का मानना है कि वित्तीय बोझ, राज्यों की क्षमता और प्रभावी क्रियान्वयन बड़ी चुनौतियाँ हो सकती हैं। साथ ही बीमा दावों के निपटान और जागरूकता बढ़ाने पर भी विशेष ध्यान देने की आवश्यकता बताई जाती है।


    निष्कर्ष(Conclusion)

    Sabka Bima, Sabki Raksha Bill, 2025 भारत में सार्वभौमिक बीमा सुरक्षा की दिशा में एक महत्वाकांक्षी पहल है। यदि इसे प्रभावी ढंग से लागू किया गया, तो यह समावेशी विकास और सामाजिक सुरक्षा को नया आधार प्रदान कर सकता है।


    पश्नोत्तरी (FAQs)

    1. Sabka Bima, Sabki Raksha Bill, 2025 क्या है?

    यह एक प्रस्तावित विधेयक है जिसका उद्देश्य देश के सभी नागरिकों को न्यूनतम बीमा सुरक्षा प्रदान करना और सामाजिक सुरक्षा को सुदृढ़ करना है।

    2. इस विधेयक की आवश्यकता क्यों पड़ी?

    क्योंकि भारत की बड़ी आबादी बीमा कवरेज से बाहर है और आपदा या बीमारी के समय आर्थिक रूप से असुरक्षित रहती है।

    3. यह विधेयक किन प्रकार के बीमा को कवर करता है?

    इसमें जीवन बीमा, स्वास्थ्य बीमा और आपदा/दुर्घटना बीमा जैसे बुनियादी कवरेज शामिल हैं।

    4. इस विधेयक से कौन लाभान्वित होंगे?

    सभी नागरिक, विशेष रूप से गरीब, असंगठित क्षेत्र के श्रमिक, किसान और कमजोर वर्ग।

    5. क्या बीमा प्रीमियम सरकार देगी?

    विधेयक के अनुसार, सरकार कुछ वर्गों के लिए प्रीमियम में आंशिक या पूर्ण सहायता प्रदान कर सकती है।

    6. इस योजना का क्रियान्वयन कैसे होगा?

    डिजिटल प्लेटफॉर्म, आधार-आधारित पहचान और DBT के माध्यम से पारदर्शी क्रियान्वयन किया जाएगा।

    7. क्या यह निजी बीमा कंपनियों को शामिल करता है?

    हाँ, नियामक ढांचे के तहत सार्वजनिक और निजी बीमा कंपनियाँ इसमें भाग ले सकती हैं।

    8. इस विधेयक का सामाजिक महत्व क्या है?

    यह आर्थिक झटकों से सुरक्षा देकर गरीबी कम करने और सामाजिक स्थिरता बढ़ाने में सहायक है।

    9. इस विधेयक से जुड़ी प्रमुख चुनौतियाँ क्या हैं?

    वित्तीय बोझ, प्रशासनिक क्षमता, दावों का निपटान और जन-जागरूकता प्रमुख चुनौतियाँ हैं।

    10. इस विधेयक का दीर्घकालिक प्रभाव क्या हो सकता है?

    दीर्घकाल में यह भारत में सार्वभौमिक सामाजिक सुरक्षा व्यवस्था की नींव रख सकता है।


    स्रोत

    PIB

    एक टिप्पणी भेजें

    0 टिप्पणियाँ